कतर ने इस संकट से निकलने के लिए किसी अन्य देश से सहायता मांगने से इनकार कर दिया है।
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दोहा: खाड़ी देशों में राजनयिक संकट के बावजूद कतर अपने अडियल रुख पर कायम है। कतर ने इस संकट से निकलने के लिए किसी अन्य देश से सहायता मांगने से इनकार कर दिया है। दोहा कतर के शेख सैफ बिन अहमद अल थानी ने इस संकट की घड़ी में दोहा के विरोधी सऊदी अरब, बहरीन, मिस्त्र और संयुक्त राज्य अरब पर मुल्क के आतंरिक मामलों में बेवजह हस्ताक्षेप का आरोप लगाया है।
थानी ने कहा कि इस संकट के पीछे चाहे जो वजह बताई जा रही है, लेकिन कतर की संप्रभुता और स्वतंत्रता ही इस राजनयिक संकट की वजह है। हम अपने मुल्क कतर की विदेश नीति किसी और सऊदी अरब के अगुवाई वाले देश के हवाले नही करेंगे।
बता दें कि सऊदी अरब और उसके सहयोगियों ने कतर पर आतंक को पनाह देने और ईरान से रिश्ते रखने का आरोप लगाया गया है। इसी वजह से कतर को खाड़ी सहयोग परिषद के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। 17 जून को खाड़ी के कई देशों ने सऊदी अरब के नेतृत्व में कतर से संबंध खत्म कर दिए हैं। इस विरोध से कतर में अस्थिरता बढ़ने की आशंका पैदा हो रही है।