2030 के आर्थिक विकास के दृष्टिकोण का हिस्सा है यह प्लान। 2020 तक सरकार खोलेगी 450 क्लब
रियाद। सऊदी अरब सरकार ने बिगड़ती अर्थव्यवस्था को स्थिर करने के लिए मनोरंजन इंडस्ट्री को मजबूत करने का फैसला लिया है। इसके लिए यहां के रूढ़ीवादी समाज में संगीत और मनोरंजन से जुड़े प्रतिबंधों में ढील दी जा रही है। ताकि ज्यादा से ज्यादा तादाद में राजस्व जुटाया जा सके। फिल्मों व संगीत को लेकर सऊदी अरब सख्ती बरतने वाले इस्लामिक देशों में शामिल है। यहां धीमी आवाज में संगीत सुनने की इजाजत है। फिल्म देखने के लिए सऊदी के लोग दुबई और बहरीन जाते थे। लेकिन सरकार के इस फैसले के बाद यहां लोग अब बिना डरे मनोरंजन का भरपुर लुत्फ उठा सकेंगे।
तेल पर आर्थिक निर्भरता को कम करना चाहता है सऊदी
यह बदलाव सऊदी के प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने 2030 के आर्थिक विकास के दृष्टिकोण का हिस्सा है। इस नीति के तहत सऊदी अरब तेल पर अपनी आर्थिक निर्भरता कम करके नए उद्योगों का विस्तार करना चाहता है। प्रिंस मोहम्मद ने नई आर्थिक नीति के तहत सरकारी सब्सिडी पर लगाम लगाने और महिलाओं के कामकाज में हिस्सेदारी को बढ़ाने जैसे कई उदारवादी प्रयोगों पर विचार किया है।
3 साल में खुलेंगे 450 क्लब
प्रिंस मोहम्मद ने आर्थिक विकास के प्रयोग की जो रूप-रेखा तैयार की है उसमें मनोरंज सेक्टर को काफी अहमियत दी गई है। आने वाले तीन सालों में यानी 2020 तक सऊदी में 450 से ज्यादा क्लब खोले जाएंगे। यहां जाकर नागरिक मनोरंज का लुत्फ उठा सकेंगे। सरकार ने राजस्व को बढ़ाने के लिए मनोरंजन पर प्रति व्यक्ति छह फीसदी व्यय बढ़ाने का भी फैसला लिया है। यह अमरीका से भी ज्यादा है। 2015 में अमरीका के लेबर डिपार्टमेंट ने प्रति व्यक्ति मनोरंजन पर चार फीसदी व्यय की बात कही थी। प्रिंस का कहना है कि ऐसा करने से 100,000 रोजगार पैदा होगा।