अबु धाबी अखबार एक्सप्रेस के अनुसार, तंबोली ने थोड़ी देर बाद एक बार ट्वीट कर लिखा, उसे कुछ और लड़कियों के साथ बंदी बनाया गया है और मारा भी जा रहा है। कृपया मदद करें। अगली सुबह सुषमा स्वराज ने तंबोली के ट्वीट की प्रतिक्रिया में आश्वासन देते हुए लिखा, मैंने यूएई में हमारे राजदूत से मदद के लिए कहा है, वह आपसे बात करेगा और हरसंभव मदद करेगा।
इसके तुरंत बाद ही अल-ऎन की पुलिस सहित भारतीय दूतावास के अधिकारियों और कुछ भारतीय समुदाय के नेताओं ने तस्कर गिरोह से लड़की को बचाया। स्वराज ने इस बात की खबर ट्वीट के जरिए तंबोली को दी। इसके बाद तंबोली ने अपनी बहन को बचाने के लिए यूएई और भारतीय अधिकारियों का धन्यवाद किया।
तंबोली की बहन एक परिचारिका प्रमाण पत्र धारक है और वह एयर होस्टेस बनने दुबई गई थी। हालांकि उसे वहां आया की नौकरी दी गई और जब उसने काम करने से मना कर दिया तो उसे अल-ऎन में 10 अन्य लड़कियों के साथ बंदी बना लिया गया।