एसवाईएल पर राष्ट्रपति से मिलेंगे सभी दल
गुडगाँवPublished: Nov 26, 2016 06:42:00 pm
28 नवंबर को मुख्यमंत्री खट्टर करेंगे अगुवाई, शिष्टमंडल में महाधिवक्ता सहित 15 प्रतिनिधि होंगे शामिल
चंडीगढ़। सुप्रीम कोर्ट द्वारा एसवाईएल के मुद्दे पर हरियाणा के पक्ष में फैसला दिए जाने के बाद अब हरियाणा के सभी राजनैतिक दल राष्ट्रपति से मुलाकात करेंगे। इस मुलाकात के दौरान राष्ट्रपति से हस्तक्षेप की मांग की जाएगी। राष्ट्रपति से मुलाकात करने वालों में सभी दलों के प्रतिनिधियों के अलावा हरियाणा के महाधिवक्ता भी मुख्य रूप से शामिल होंगे।
बीती दस नवंबर को सुप्रीम कोर्ट ने एसवाईएल के मुद्दे पर हरियाणा के समर्थन में अपना फैसला सुनाते हुए कहा था कि हरियाणा को उसके हिस्से का पानी मिलना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बावजूद पंजाब इस मामले में तलख रवैया अपनाए हुए है। पंजाब सरकार ने बकायदा विधानसभा का सत्र बुलाकर सुप्रीम कोर्ट का फैसला मानने से इनकार कर दिया है। पंजाब के रवैये को देखते हुए हरियाणा सरकार ने बीती- नवंबर को सर्वदलीय बैठक बुलाई थी।
हरियाणा के एक मात्र अकाली दल विधायक बलकौर सिंह तथा हरियाणा अकाली दल प्रधान सरनजीत सिंह सौंथा ने बैठक में भाग नहीं लिया था। इसके बावजूद बैठक में लिए गए फैसले के आधार पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने राष्ट्रपति को एक पत्र लिखकर मुलाकात के लिए समय मांगा। आज राष्ट्रपति कार्यालय से मुलाकात के लिए 28 नवंबर शाम सवा छह बजे का समय मिल गया है।
राज्य के मुख्य सचिव ने राष्ट्रपति कार्यालय से स्वीकृति मिलने के बाद इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी है। राष्ट्रपति से मुलाकात के लिए कुल 15 प्रतिनिधियों का नाम तय किया गया है। जिनमें संसदीय कार्य मंत्री रामबिलास शर्मा, वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु, स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष अशोक तंवर, कांग्रेस विधायक दल की नेता किरण चौधरी, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, इनेलो अध्यक्ष अशोक अरोड़ा, इनेलो विधायक दल के नेता अभय सिंह चौटाला, अकाली दल अध्यक्ष सरनजीत सिंह सौंथा, अकाली दल विधायक बलकौर सिंह, बहुजन समाज पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष नरेश सहारन, बसपा विधायक टेक चंद शर्मा, निर्दलीय विधाय जय प्रकाश के अलावा हरियाणा के महाधिवक्ता बलदेव राज महाजन का नाम शामिल है।
मुख्य सचिव द्वारा जारी की गई सूचना में सभी प्रतिनिधियों को कहा गया है कि अगर वह किसी कारणवश राष्ट्रपति भवन जाने में असमर्थ हैं और अपनी जगह किसी अन्य प्रतिनिधि को भेजना चाहते हैं तो वह पहले से सूचित करें, ताकि इसके बारे में राष्ट्रपति कार्यालय को सूचना भेजी जा सके। इसके अलावा सभी राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों को राष्ट्रपति से मुलाकात के दौरान होने वाली बातचीत का ड्राफ्ट तैयार करने के लिए 28 नवंबर को ही शाम पांच बजे दिल्ली स्थित हरियाणा भवन में एकत्र होने के लिए कहा गया है। वहीं से सभी दलों के नेता मुख्यमंत्री की अगुवाई में राष्ट्रपति भवन के लिए निकलेंगे।
मुलाकात से पहले विपक्ष के लिए नई मुसीबत
एसवाईएल के मुद्दे पर राष्ट्रपति से मुलाकात का कार्यक्रम जारी होते ही विपक्ष के लिए नई मुसीबत खड़ी हो गई है। विपक्षी दल कांग्रेस व इनेलो ने नोटबंदी के मुद्दे पर पहले से ही 28 नवंबर को बंद का आहवान कर रखा है। दोनों दलों के नेता बंद को सफल बनाने के लिए तैयारियों में जुटे हुए हैं। ऐसे में राष्ट्रपति से मुलाकात का कार्यक्रम आ चुका है। जिसके चलते सभी दलों के मुख्य प्रतिनिधियों का ध्यान अब उस तरफ भी रहेगा।