ग्वालियर। अस्पतालों में समय पर खून नहीं मिलने की वजह से मरीजों की मौत होने के मामले अक्सर सामने आते रहे हैं। यह समस्या प्रदेश भर की है, लेकिन ग्वालियर संभाग में औसत जरूरत से 20 फीसदी कम ब्लड इसकी वजह बन रहा है।
आंकड़े बताते है कि ग्वालियर संभाग में करीब 50 हजार यूनिट खून की जरूरत है। उपलब्धता सिर्फ 30 से 35 हजार यूनिट ही हो पाती। यानि ब्लड की सप्लाई मुश्किल होने से न केवल मरीजों का खर्च बढ़ रहा है, बल्कि सुरक्षित ब्लड नहीं मिलना भी मौत के आंकड़े बढ़ा रहा है। हालांकि ब्लड डोनेशन के लिए लोग कतार में हैं, बावजूद इसके ब्लड की पूर्ति नहीं हो पा रही है।
100 में से 80 मरीज को ही मिल पाता है ब्लड
अस्पताल पहुंचने वाले 100 मरीजों में से 80 मरीज को ही ब्लड मिल पाता है। यानि 20 मरीज ब्लड से वंचित रह जाते हैं। यह हालात इसलिए बनते हैं कि चिकित्सक एेसे मरीजों को भी खून चढ़ाने की सलाह देते हैं, जो दवाओं से ठीक हो सकते हैं।
20-25 हजार यूनिट ही हो पाता है स्टॉक
ग्वालियर अंचल के सबसे बड़े अस्पताल जयारोग्य में ही साल भर की औसत जरूरत 30 हजार यूनिट ब्लड की है, लेकिन ब्लड बैंक के पास 20 से 25 हजार यूनिट ही स्टॉक हो पाता है।एेसे में 5 से 10 हजार मरीज साल भर में ब्लड से वंचित रह जाते हैं। विशेषज्ञ बताते हैं कि खून की कमी बे वजह मरीजों को खून चढ़ाए जाना है। खून मरीज के लिए एक दवा है। इसलिए उसे जरूरतमंद को ही चढ़ाना चाहिए।
‘औसत जरूरत के हिसाब से ब्लड की काफी कमी है। बावजूद इसके ब्लड डोनेशन शिविर लगाकर हम जरूरत के हिसाब से ब्लड एकत्रित कर लेते हैं।’
– डॉ.डीसी शर्मा, इंचार्ज बीसीएसयू ब्लड बैंक, जेएएच
इधर,एनसीसी-डे पर जुटाया 24 यूनिट रक्त
एनसीसी-डे के अवसर पर रविवार को 30 मारखां एनसीसी बटालियन परिसर(भिंड) में रक्तदान- महादान का कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस शिविर में कुल 24 यूनिट रक्त जुटाया गया। विभिन्न ग्रुपों का रक्त पीडि़तों और गंभीर रूप से घायलों को जीवनदान देगा। इसके अलावा जूनियर डिवीजन के एनसीसी कैडिटों द्वारा स्थानीय रेडक्रास भवन में वृद्धजन का हाल जानते हुए उन्हें वस्त्र प्रदान किए गए तथा इन्हीं के साथ स्वल्पाहार किया गया।
रक्तदान- महादान शिविर में कलेक्टर इलैया राजा टी, एसपी नवनीत भसीन, सीओ कर्नन रवींद्र राठी व एनओ लेफ्टीनेंट संजय राणा सहित एमजेएस कॉलेज, गल्र्स कॉलेज, जैन डिग्री कॉलेज के कैडिटों ने रक्तदान किया। वर्तमान परिवेश में रक्तदान को महादान कहा गया है क्योंकि हमारे द्वारा किए गए एक यूनिट रक्तदान से एक नहीं दो और तीन लोगों की जान बच सकती है। इसलिए रक्तदान के लिए बढ़ चढ़कर आगे आने की जरूरत है।
इस कार्य के लिए जब युवा वर्ग आगे आता है तब अन्य को भी ऐसा करने की प्रेरणा मिलती है। यह पहला अवसर नहीं है जब कलेक्टर- एसपी ने रक्तदान किया हो यह पूर्व में भी कई बार रक्तदान कर चुके हैं। हाल में महिला सशक्तिकरण के लिए अभिनव पहल की गई है। इन अधिकारियों सहित राष्ट्र और समाजसेवा को तत्पर एनसीसी कैडिटों को चहुंओर से बधाइयां मिल रही हैं। इस मौके पर एमजेएस कॉलेज एनओ रवीकांत, जैन कालेज के एनओ संजय राणा, शासकीय एक्सीलेंस हायर सेकंडरी स्कूल के एनओ उपेंद्रसिंह भदौरिया, शासकीय बालक इंटर कॉलेज के एनओ शिवराजसिंह, संजीवनी रक्तदान संगठन के बबलू सिंधी सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
कैडिटों से चर्चा कर प्रफुल्लित नजर आए वृद्धजन
एनसीसी डे पर स्थानीय रेडक्रास भवन में पहुंचे एनसीसी कैडिटों ने वृद्धजन से भेंट की और उनकी जवानी उनकी कहानियां सुनी। इसके पश्चात सर्द मौसम के मद्देनजर वस्त्र भेंट किए और इनके बीच स्वल्पाहार किया। इस प्रकार की स्थिति में अपनापन पाकर वृद्धजन से काफी सकून महसूस किया और उनके हाथ कैडिटों को आशीर्वाद देने के उठ गए।
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