पूर्व कांग्रेसी विधायक प्रद्युमन सिंह तोमर ने अपने खून ले प्रधानमंत्री मोदी के नाम स्वास्थ सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए पत्र लिखा है।
ग्वालियर। अंचल में अस्पतालों में मरीजों को अच्छी स्वास्थ सेवायें न मिल पाने के विरोध में 30 दिन से धरने पर बैठे पूर्व कांग्रेसी विधायक प्रद्युमन सिंह तोमर ने अपने खून ले प्रधानमंत्री मोदी के नाम स्वास्थ सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए पत्र लिखा है।
तोमर ने कंपाउंडर से अपना खून निकलवाया और फिर एक पेन उसमें डुबो कर कागज पर पत्र प्रधानमंत्री के नाम पत्र लिखने लगे।
तोमर पिछले 30 दिनों से ग्वालियर के सिविल हॉस्पिटल में मरीजों के लिए सुविधाओं के लिए पिछले 30 दिन से धरने पर बैठे हैं और खून से पत्र लिखकर प्रधानमंत्री को भेज रहे हैं। सिविल पूर्व विधायक प्रद्युम्न सिंह तोमर ने अंचल की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को ठीक करने की मांग को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखा।
पत्र में कहा गया है कि आम आदमी को सम्मान के साथ इलाज मिले इसके लिए प्रयास किए जाएं। हॉस्पिटल में सुविधाओं की बहुत कमी है और इलाके के हजारों लोगों को इलाज नहीं मिल रहा है।
कई मरीजों की असमय मौत इलाज करने के कारण हो गई और अफसर सुनते नहीं है। यदि सरकार ये सुविधाएं हॉस्पिटल में नहीं दे पा रही है तो मना कर दे। जनता अपने स्तर पर व्यवस्था करेगी।चूंकि राज्य सरकार और अफसर नहीं सुन रहे हैं।
इसलिए उन्होंने गुरुवार को अपने खून से देश के प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर यहां की समस्याएं बताई हैं।पूर्व विधायक तोमर को हटाने के लिए नायब तहसीलदार मधुलिका तोमर पहुंची। उन्होंने कहा कि हॉस्पिटल परिसर में धरना देने से मरीजों को परेशानी हो रही है।कांग्रेसी नेताओं ने यहां से हटने से मना कर दिया और कहा कि सरकार हॉस्पिटल में सुविधाएं दे दे तो वे आंदोलन समाप्त कर देंगे।
प्रशासन दे रहा चेतावनी
धरने पर बैठे पूर्व कांग्रेसी विधायक को प्रशासन धरना खत्म करने के लिए चेतावनी दे रहा है। अंचल में मरीजों के स्वास्थ सेवायें न मिलने के विरोध में धरने पर बैठे प्रदुम्न सिंह तोमर को 31 दिन हो चुके हैं।