ग्वालियर। ठंड ने दस्तक दे दी है। सुबह और रात के मौसम ने करवट लेना भी शुरू कर दिया है। एेसे में जरूरी है कि आप अपने पेट्स की खास निगरानी रखें। फैमिली मेंबर की तरह रखने वाले अपने डॉग के वॉक कराने के टाइम से लेकर खाने-पीने तक में विशेष ध्यान रखें।
क्योंकि उसकी बीमारी का असर आपकी सेहत पर भी पड़ सकता है। इसलिए थोड़ा सा एक्स्ट्रा केयर कर आप डॉग को हेल्दी रख सकते हैं। डॉ. आशुतोष गुप्ता के अनुसार विंटर सीजन में डॉग को बुखार, लंग्स इन्फेक्शन, स्वांस संबंधी बीमारी फेस करनी पड़ती हैं। यदि उनमें उल्टी या दस्त जैसी शिकायत होती हैं, तो उसे जबरदस्ती खाना न खिलाएं, बल्कि पहले उसे प्रॉपर ट्रीटमेंट दें।
यह सीजन होता है खतरनाक
पेट्स के लिए चेंज ऑफ सीजन अधिक खतरनाक होता है। क्योंकि इस समय वायरल अधिक सक्रिय हो जाते हैं, जो डॉगी को अपनी गिरफ्त में ले लेते हैं। खास तौर से छोटी गर्दन वाले डॉग की खास केयर करने की आवश्यकता है। क्योंकि उन्हें जल्दी इन्फेक्शन के चांसेज होते हैं। इसलिए इनकी ज्यादा देखभाल की जरूरत पड़ती है।
वॉक का बदलें टाइम
अभी तक आप अपने डॉगी को अर्ली मॉर्निंग और लेट नाईट घुमाने ले जाते थे, लेकिन अब उसे सुबह सूरज निकलने के बाद और शाम को जल्दी वॉक के लिए लेकर जाएं। इसके अलावा उसे अच्छी धूप होने पर ही उन्हें नहलाएं, वरना केवल ब्रशिंग करें और कपड़े चेंज करते रहें।
एक महीने में दवा
यदि आपने अपने डॉगी को टीके नहीं लगवाए हैं, तो जरूर से लगवा लें। छोटी गर्दन वाले डॉग को महीने में एक बार व बड़े डॉग को तीन महीने में एक बार कीड़े की दवा अवश्य दें।
इन बातों पर दें ध्यान
रात में हल्का भोजन दें।
7 से 10 दिन के बीच नहलाएं।
सोने के लिए नीचे गद्दा डालें।
उल्टी, दस्त होने पर खुद इलाज न करें।
कपड़े रोजाना चेंज करें।