ग्वालियर। जयारोग्य अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में खराब वेंटिलेटर दुरुस्त कराने की सुध अस्पताल प्रबंधन को आ गई है। मंगलवार को वेंटिलेटर दुरुस्त कराने का काम शुरू करा दिया गया। ट्रॉमा सेंटर के आईसीयू में टेक्निशियन वेंटिलेटर को दुरुस्त करने का काम कर रहे थे। उल्लेखनीय है कि यहां 12 वेंटिलेटर में से महज दो ही चालू थे। इस कारण रविवार को 18 वर्षीय अंकेश को निजी अस्पताल इलाज के लिए ले जाना पड़ा था। जहां उसने इलाज मिलने से पहले ही दमतोड़ दिया। इसके अलावा पिछले छह माह में 260 मरीज अपनी जान गंवा चुके हैं।
इस मामले को लेकर पत्रिका ने ‘ट्रॉमा सेंटर की लचर व्यवस्था, छह माह में 260 ने तोड़ा दमÓ शीर्षक से खबर प्रकाशित कर प्रबंधन की कमियों को उजागर किया। लिहाजा प्रबंधन ने सुध लेते हुए वेंटिलेटर दुरुस्त कराने का काम शुरू करा दिया। ट्रॉमा सेंटर के नोडल अधिकारी डॉ. समीर गुप्ता ने स्वयं मौके पर पहुंचकर टेक्निशियनों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उल्लेखनीय है कि पिछले दो साल से अधिक समय से वेंटिलेटर खराब पड़े हुए थे।
Hindi News/ Gwalior / जेएएच प्रबंधन को आई खराब वेंटिलेटरों की सुध