हमीरपुर। आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत दर्ज हुई एफआईआर के विरोध में गोल चबूतरा में अनशन पर बैठे बिवांर के ग्रामीणों ने डीएम एसपी से मिले आश्वासन के बाद अनशन समाप्त कर दिया। उधर अनशन कारियों ने तेल माफिया से धमकियां मिलने का भी आरोप लगाया।
21 जुलाई को एसडीएम मौदहा ने बिवांर में जलालपुर मार्ग पर छापा मारकर केरोसिन से भरा तेल का टैंकर बरामद किया था। यहां नकली डीजल बनाने की संभावना जताई गई थी। मौके से डीजल बनाने में प्रयुक्त होने वाला संदिग्ध पाउडर भी मिला था। इस प्रकरण में पुलिस ने जमीन मालिकों के खिलाफ थाना बिवांर में 3/7 आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत रिपोर्ट दर्ज करा दी। जिसमें विकलांग रघुनाथ विश्वकर्मा, वर्द्धा रामकुमारी, फूल सिंह, बेवा कमलेश, घनश्याम और श्याम थे। सभी आरोपी कल से गोल चबूतरे में इस रिपोर्ट के खिलाफ अनशन पर बैठे थे। जिनका अनशन आज डीएम-एसपी से मिले आश्वासन के बाद समाप्त हो गया।
अनशनकारी रघुनाथ ने बताया कि तेल माफिया ने उन लोगों को फोन करके जान माल की धमकी भी दी है। पुलिस और पूर्ति विभाग तेल माफिया के बारे में सब कुछ जानता है। मगर उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रहा है। यह धंधा पूर्ति विभाग की मिलीभगत से चल रहा था। उन्हें नहीं पता था कि कब कौन उसकी जमीन में आकर इस तरह का काम कर रहा है। सब कुछ रात में होता था। फिलहाल अनशनकारी अनशन समाप्त करके अपने गांव लौट गए हैं।