हमीरपुर। बंदेलखण्ड में पहले सूखा पड़ने और फिर बेमौसम बारिश होने के चलते फसलें पूरी तरह से नष्ट हो चुकीं हैं। क्षेत्र का किसान वर्ग अपनी आजीविका के लिये भटक रहा है और निराश होकर मौत ही उसका आखरी रास्ता बन जाती है। एसी है एक घटना हुई हमीरपुर के सुमेरपुर क्षेत्र में कर्ज के बोझ तले दबे एक व्यक्ति ने आज रात गोली मारकर आत्महत्या कर ली।
परिजनों ने बताया कि बहुगुणा ने बैंक से दस लाख रुपये कर्ज लिया था। जिसकी वह अदायगी नहीं कर पा रहा था। इससे हताश होकर देर रात उसने तंमचे से गोली मारकर आत्महत्या कर ली है पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमाटम के लिये भेज दिया है
यह घटना है उत्तर प्रदेश में हमीरपुर जिले के सुमेरपुर क्षेत्र की जहां कर्ज के बोझ तले दबे एक किसान ने आज गोली मारकर आत्महत्या कर ली। महुअर गांव निवासी बहुगुणा (38) ने बैंक से दस लाख रुपये कर्ज लिया था। बैकों की वसूली का दवाव पड़ने से परेशान होकर तीन बजे सुबह बहुगुणा ने अपने आप को तंमचे से गोली मार ली जब घर के सभी सदस्य सो रहे थे शाम को वह खेत से लौटा और अपने कमरे में चला गया।
मृतक की पत्नी हेमवती और भतीजे ने बताया कि बैंक के किसान क्रेडिट कार्ड ,ट्रैक्टर सहित 10 लाख रुपए का कर्ज था बैंक वाले आये दिन घर किसान से कर्ज वसूली का दबाव बना रहे थे लेकिन किसान अपनी 11 बीघे खेती में उपज न होंने से मानसिक रूप से परेशान था जिसके कारड पीड़ित किसान ने रात करीब 1 बजे अपने आप को गोली मार ली
1 बजे सुबह उस के कमरे से गोली चलने की आवाज आई। आवाज सुनकर किसी अनहोनी से आशंकित परिजन जब उसके कमरे में पहुंचे तो वह खून से लथपथ छटपटा रहा था। देखते ही देखते उसने घटना स्थल पर ही परिजनों के सामने दम तोड़ दिया। किसान की आत्महत्या से उसका पूरा परिवार सदमे में है। परिजनों का रोरो कर बुरा हाल है पुलिस अधमकारियों का कहना है की जांच कर मुकदमा लिखा जायेगा।