अस्पताल में एक महीने से बंद डायलिसिस मशीन
जिला अस्पताल में डायलिसिस की सुविधा गत एक महीने
से कारण मशीन बंद पड़ी हुई
है।
हरदा। बमुश्किल जिले के किडनी रोगियों को जिला अस्पताल में डायलिसिस की सुविधा मिली थी, लेकिन वह भी अस्पताल प्रबंधन की अनदेखी के चलते नियमित रूप से नहीं मिल पा रही है। गत एक महीने से मशीन के आरओ प्लांट के पानी में आई गड़बड़ी के कारण मशीन बंद पड़ी हुई है। इस संबंध में शिकायत करने के बावजूद मशीन का इंजीनियर इसे देखने के लिए नहीं आया।
अब कंपनी द्वारा डायलिसिस करने वाले डॉक्टरों को प्लांट की पाइप लाइन बदलने की सलाह दे रहे हैं, लेकिन डॉक्टरों ने इससे इनकार कर दिया है। जबकि दो बार डॉक्टरों ने आरओ प्लांट के पानी का सैंपल लेकर निजी लैब में जांच करवाई थी। दोनों ही बार पानी में कमियां मिली थीं। इस बात की सूचना मशीन के इंजीनियर को दिए जाने के बावजूद वह इसे सुधारने के लिए नहीं आया है। जिले के लगभग 20 रोगियों ने डायलिसिस कराने के लिए पंजीयन कराया है, लेकिन इसमें से केवल 12 रोगियों की ही डायलिसिस हो पाई थी। उक्त मरीजों ने डायलिसिस के दौरान ठंड लगने की डॉक्टरों से शिकायत की थी।
इस समस्या को देखते हुए डॉक्टरों ने मशीन को बंद कर रखा है। मरीजों को महीने में चार बार इंदौर, भोपाल के निजी अस्पतालों में जाकर डायलिसिस कराने को मजबूर होना पड़ रहा है। रोगियों के परिजनों ने कलेक्टर से मशीन की सुविधा शुरू कराने की मांग की। इधर, सिविल सर्जन डॉ. एसके सेंगर का कहना है कि इंजीनियर को मशीन सुधारने के लिए चार बार पत्र भेजा गया है, लेकिन वह अभी तक नहीं आया है।