तय समय पर जानकारी का प्रपत्र नहीं दिया तो कलेक्टर ने बैठक में ही भराया प्रपत्र
हरदाPublished: Jul 18, 2017 10:56:00 am
टीएल बैठक में अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर नाराजगी जताई, सुधार की चेतावनी
हरदा। मांगी जानकारी नहीं लेकर आए तो कोई बात नहीं। अभी बना कर दीजिए। कलेक्टर अनय द्विवेदी के निर्देशों में यह तल्खी सोमवार को समयावधि पत्रों की समीक्षा बैठक के दौरान रही। दरअसल कलेक्टर ने सोमवार तक जिला अधिकारियों से उनके अधीनस्थों तथा खुद के निवास के संबंध में जानकारी दिए गए प्रपत्र में चाही थी। केवल तीन विभागों को छोडक़र बाकी विभाग प्रमुखों ने जानकारी मुहैया नहीं कराई। बैठक के दौरान ही कलेक्टर ने भृत्य से कागज बंटवाकर अधिकारियों को निर्देश दिए कि जानकारी दे कर ही बैठक कक्ष छोड़ें। उल्लेखनीय है कि कलेक्टर ने जिला स्तरीय अधिकारियों को निर्देश थे कि वे ना केवल स्वयं अपने मुख्यालय पर निवास करें बल्कि अपने अधीनस्थों को भी मुख्यालय पर रहने संबंधी निर्देश दें। निर्देश थे कि अपने मुख्यालय पर निवास सुनिश्चित करते हुए अपने अधीनस्थ खंड स्तरीय शासकीय सेवकों का भी नियत मुख्यालय पर निवास सुनिश्चित करावे। इस संबंध में 17 जुलाई की समयावधि पत्र समीक्षा बैठक में प्रपत्र में जानकारी के साथ उपस्थित होने को कहा गया था। जो शासकीय सेवक अपने मुख्यालय पर निवास नहीं कर रहे है वे 20 जुलाई तक अपना निवास सुनिश्चित करें तथा 24 जुलाई तक प्रमाण पत्र प्रस्तुत करें कि आपके अधीनस्थ सभी खंड स्तरीय शासकीय सेवक अपने नियत मुख्यालय पर निवास कर रहे है। कलेक्टर ने चेताया था कि भविष्य में किसी शासकीय सेवक के मुख्यालय पर निवास नहीं पाए जाने पर कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
यह वर्क इन प्रोग्रेस क्या होता है
बैठक में सीएम हेल्पलाइन व जनसुनवाई के आवेदनों के निराकरण में दर्ज वाक्य वर्क इन प्रोग्रेस पढक़र कलेक्टर द्विवेदी ने नाराजगी जताई। कलेक्टर का कहना था कि निराकरण संबंधी जवाब स्पष्ट हों। सभी अधिकारी शिकायतों के निराकरण के जवाब भरते समय ध्यान रखें कि जवाब में वर्क इन प्रोग्रेस, कर दिया जाएगा, प्रचलित है, कार्रवाई जारी है, कराया जाएगा, कर दी जाएगी, कार्रवाई चल रही है, प्रगति पर है, कार्रवाई की जाएगी, निर्देश दिया गया है, निर्देशित कर दिया है, बदल दिया जाएगा, निर्देशित किया गया, कार्य कराया जाएगा इस तरह के जवाब ना हों।
भ्रमण के दौरान मिले आवेदनों पर कार्रवाई की पड़ताल की
बैठक में कलेक्टर ने अपने पिछले दिनों किए गए जिला भ्रमण के दौरान प्राप्त आवेदनों पर की गई कार्रवाई के संबंध में भी अधिकारियों से कैफियत ली। कलेक्टर बाकायदा उन सभी आवेदनों की फोटो कॉपी लेकर एक-एक मामले में जिम्मेदार अधिकारियों से जवाब तलब कर रहे थे। कलेक्टर ने कहा कि इन सभी प्रेषित आवेदनों पर गंभीरता से कार्रवाई कर रिजल्ट दें। आवेदनों को लंबित रखना ठीक प्रवृत्ति नहीं। कलेक्टर ने चेंबर में मुलाकात के लिए आने वाले लोगों की समस्याओं संबंधी लेखाजोखा भी रजिस्टर में रखा है। उन्होंने अधिकारियों से इस संबंध में भी जवाब तलब किए कि समस्याओं का निराकरण क्या किया।
चार अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस
सूत्रों के अनुसार कलेक्टर ने बैठक में अनुपस्थित शासकीय कॉलेज प्राचार्य, खनिज निरीक्षक, जन अभियान परिषद जिला समन्वयक व हरदा जनपद पंचायत सीईओ की अनुपस्थिति पर उन्हें कारण बताओ नोटिस देने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि कोई भी अधिकारी बैठक में अपने अधीनस्थ को नहीं भेजें, वे खुद आएं।