हाथरस। जिले में तीन विधान सभा सीटें हैं लेकिन यहां से दो ऐसी सीटें हैं जहां पर महिलाओं को कभी भी जीत नहीं मिली। यहां तक की दूसरे नंबर पर भी रहने का अवसर नहीं मिला। हाथरस सदर जो अब सुरक्षित सीट उस पर कभी भी महिला प्रत्याशी को प्रमुख पार्टियों ने टिकट ही नहीं दिया। आधी आबादी को इस सीट पर प्रतिनिधित्व करने का सौभाग्य नहीं हुआ। ऐसा नहीं है कि यहां महिलाओं की संख्या कम है। वर्ष 2011 जनगणना के अनुसार जिले में 7, 28, 581 महिला है। पिछले विधान सभा चुनाव में यहां से जीतने वाले गेंदालाल को मात्र 59,161 मत मिले थे। जो इस जनसंख्या के अनुसार अधिक नहीं है। पूरे जिले के पुरुषों की संख्या मात्र 8,36,127 है। और वर्ष 2012 के विधान सभा चुनाव में इस सीट पर मतदाताओं की संख्या 3,42,193 थी।
आंकड़े जो बोलते है
कुल मतदाता
3,42,193
महिला
1,51,721
पुरुष
1,90,472
कुल मत पड़े
1,58,545
इन्होंने अजमाया था भाग्य
वर्ष 2012 में बसपा गेंदा लाल विजेता, भाजपा राजेश कुमार दूसरा स्थान, कांग्रेस राजेश राज जीवन तीसरा स्थान, सपा राम नारायण, आरएसबीपी अनुज कुमार, एलडी ओंकार प्रसाद , एएसपी नेत राम सिंह, आरएलएम मुकेश कुमार के साथ कुल 13 प्रत्याशियों ने भाग्य अजमाया था लेकिन किसी महिला प्रत्याशी को मैदान में नहीं उतारा गया। वहीं वर्ष 2007 में भी किसी महिला प्रत्याशी को इस सीट पर नहीं उतारा गया जबकि 20 प्रत्याशियों ने भाग्य अजमाया था जिसमें बसपा के रामवीर उपाध्याय को जीत मिली थी।
वर्ष 1951 से 2012 के विजेता
वर्ष 1951 हरदयाल सिंह-कांग्रेस1957 नन्द कुमार कांग्रेस 1962 नन्द कुमार -कांग्रेस 1967 आरएसस सिंह-बीजेएस 1969 प्रेम चन्द्र शर्मा-कांग्रेस 1974 नारायन हरी शर्मा-कांग्रेस 1977 राम सरन सिंह-जेएनपी 1980 सूरजभान-जेएनपी 1985 नरायन हरी शर्मा-कांग्रेस 1989 राम सरन सिंह-जनता दल 1991 राम सरन सिंह-जनत दल 1993 राजवीर सिंह-भाजपा 1996 रामवीर उपाध्याय-बसपा 2002 रामवीर उपाध्याय-बसपा 2007 रामवीर उपाध्याय-बसपा 2012 गेंदालाल चौधरी -बसपा