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ईटखोरी प्रखंड में बदहाली का शिकार है स्वास्थ्य केन्द्र, भगवान भरोसे इलाज

locationहजारीबागPublished: Dec 10, 2016 02:14:00 pm

चिकित्सकों की कमी से हेल्थ सब सेंटर में इलाज करते डॉक्टर दिख जाएं तो बड़ी बात होगी।

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हजारीबाग। सूबे की सरकार स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार का लाख दावा करें, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में इसकी हकीकत कुछ और ही बयां करती है। स्वास्थ्य उपकेन्द्रों में डॉक्टर तो कभी आते ही नहीं, वहीं स्वास्थ्य कर्मी भी नदारद रहते हैं। कुछ ऐसा ही हाल है चतरा जिला के ईटखोरी प्रखंड के शहरजाम गांव के स्वास्थ्य केन्द्र का है।

सुविधाओं का टोटा

ईटखोरी प्रखंड शहरजाम गांव का स्वास्थ्य उपकेन्द्र जिला मुख्यालय से तकरीबन चालीस किलोमीटर की दूरी पर है। भवन का छत पूरी तरह से जर्जर है और गिरने के कगार पर है। विष्णुगढ़ प्राथमिक हेल्थ सेंटर पीएचसी को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तब्दील किया गया था। लोगों का उम्मीद थी सीएचसी का दर्जा हासिल होने स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ेगी। लेकिन, हकीकत यह है यहां सुविधा पीएचसी के बराबर भी नही है।

डॉक्टरों की कमी

सीएचसी में डॉक्टरों की घोर कमी बनी हुई है। टाटीझरिया प्रखंड के ग्रामीणों को चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराने का जिम्मा भी विष्णुगढ़ को है। इस लिहाज से दो लाख 20 हजार आबादी वाले सीएचसी में सात डॉक्टरों में से प्रभारी डॉ. अरूण कुमार सिंह समेत मात्र चार चिकित्सक डॉ. शहबान, डॉ. अजीत कुमार व डॉ नीरज कुमार ही पदस्थापित हैं।

जानकारी के अनुसार, डॉ. नीरज हजारीबाग में भी प्रतिनियुक्त किए गए है। इसकी वजह से सिर्फ एक दिन ही ड्यूटी कर पाते हैं। टाटीझरिया व विष्णुगढ़ में कुल 20 हेल्थ सब सेंटर विभिन्न गांवों में स्थापित हैं, जिसमें इलाज के लिए आने वाले ग्रामीणों व महिलाओं की देखरेख करने के लिए एएनएम पदस्थापित किए गए हैं। चिकित्सकों की कमी से हेल्थ सब सेंटर में इलाज करते डॉक्टर दिख जाएं तो बड़ी बात होगी।
 

भगवान भरोसे चल रहा इलाज

सीएचसी में भी चिकित्सकों के अभाव में इलाज भगवान भरोसे चल रहा है। इलाज कराने आने वालों को न चाहते प्राईवेट क्लिनिक का रूख करना पड़ता। एक भी महिला डॉक्टर पदस्थापित नहीं है, जिससे महिलाओं के इलाज कराने में भारी

परेशानी उठानी होती है।

महिलाओं को इलाज कराने हजारीबाग जाने को विवश होतीं है या फिर अदा कदा विष्णुगढ़ के प्राइवेट क्लीनिक में आने वाली किसी महिला चिकित्सक का बाट जोहना पड़ता है।

इनका कहना है कि….

डीसी संदीप सिंह ने कहा है कि पूरे मामले की जांच सिविल सर्जन डा.सिद्धनाथ के द्वारा करायी जाएगी और दोषी कर्मियों के विरुद्ध कार्रवायी भी होगी।


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