सांसो का संबंध हमारे जीवन से होता है। यदि हमारी श्वसन क्रिया ही सही नहीं है तो इसका सीधा असर हमारे स्वास्थ्य पर पड़ता है। सांस लेने के तरीको पर हमारा जीवन टिका हुआ है। सांस लेते समय हम क्या गलती करते है, हमें खुद पता नहीं रहता। छोटी, अधूरी और उथली सांस लेने से हमारी वास्तविक उम्र से हमारे कई साल घट जाते है। सांस लेने का सही तरीका जानकर आप खुद को निरोग और लंबा जीवन जीने का मौका दे सकते है। हम आप को बताते है कि सांस लेते समय आप क्या गलती करते है?
बचपन से बड़े होने तक हमारे सांस लेने की प्रक्रिया में तेजी आने लगती है जिससे हमारी कोशिकाओं को पूरी तरह ऑक्सीजन नहीं मिल पाता है। इसी कारण हमारा रेस्पेरेटरी सिस्टम ज्यादा सक्रिय हो जाता है जो हमारी इम्यून पॉवर को कमजोर कर देता है और हम जल्दी बीमार हो जाते है।
ज्यादातर बीमारियां टेंशन के कारण होती हैं इसलिए हमें अपने ब्रीदिंग सिस्टम को सही तरह से रेगुलेट करना सीखना चाहिए। इससे शरीर का हर हिस्सा सही ढंग से काम करेगा । प्राणायाम इसका सबसे उत्तम उपाय है।
सांस का उपयोग केवल 30 प्रतिशत
आपको पता ही नहीं है कि जो सांस आप ले रहे है उसका सिर्फ 30 प्रतिशत सांस आपके फेफड़ों को मिल रही है जबकि बाकी कि 70 प्रतिशत काम ना आने के कारण वेस्ट हो जाती है। फास्ट लाइफ के चलते आज हर कोई गलत तरीके से सांस लेता है।
नहीं लेते पेट से सांस
सांस हमेशा पेट से लेनी चाहिए जबकि हम ज्यादातर छोटी और उथली सांसे लेते है जो कि सांस लेने का सही तरीका नहीं है। पेट से सांस लेने पर आपको शारीरिक फायदा तो मिलेगा ही,इसके साथ मानसिक तनाव से भी मुक्ति मिलेगी।