जंकफूड से होता है शराब जितना ही नुकसान
Published: Apr 23, 2015 02:56:00 pm
दिन में दो बार जंकफूड खाना और महीनेभर ऎसा करना, रोजाना शराब पीने जैसा ही
नुकसानदायक है
विश्व स्वास्थ्य संगठन के साल 2011 के आंकड़ों के मुताबिक लिवर से होने वाली मौतें देश में नौवें स्थान पर हैं। इसके लिए सबसे ज्यादा जिम्मेदार खराब दिनचर्या है। यदि कोई व्यक्ति दिन में दो बार जंकफूड खाता है और महीनेभर ऎसा करता है तो यह रोजाना शराब पीने के समान है। इसकी जगह अंकुरित अनाज, मौसमी फल, हरी पत्तेदार सब्जियां, दूध से बनी चीजें और घर का बना ताजा भोजन करना चाहिए।
टैटू और पियरसिंग भी खतरनाक
टैटू और पियरसिंग से हेपेटाइटिस का खतरा बढ़ता है जो लिवर को प्रभावित करता है इसलिए इनसे परहेज ही करें। लिवर को प्रभावित करने वाले हेपेटाइटिस से बचने के लिए जरूरी है कि साफ पानी पिएं, दूसरो के रेजर या इस्तेमाल की हुई सुई के प्रयोग से बचें। मांसपेशियों को मजबूत बनाने के लिए एनाबॉलिक स्टेरॉएड्स आदि का प्रयोग करने से बचें, ये लिवर के लिए नुकसानदायी होते हैं।
एक्सरसाइज है उपाय
फिलहाल फैटी लिवर के लिए कोई इलाज मौजूद नहीं है लेकिन एक्सरसाइज के जरिए इस रोग पर काबू पाया जा सकता है। इससे सबसे पहले वजन कम होता है और कोलेस्ट्रोल के स्तर में सुधार होता है। एक्सरसाइज से फैटी लिवर से जुड़ी टाइप-टू डायबिटीज की समस्या को भी नियंत्रित किया जा सकता है। जब किसी का लिवर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त होकर काम करना बंद कर दे, आंतों में रक्तस्राव और लिवर कैंसर की स्थिति में ट्रांसप्लांट ही अंतिम उपचार होता है।
यह ट्रांसप्लांट दो तरह से किया जाता है। पहला, जीवित व्यक्ति से जिसे “लाइव डोनर” ट्रांसप्लांट कहते हैं। दूसरा, ब्रेन डेड व्यक्ति से जिसे “ब्रेन डेड डिसीस्ड डोनर” ट्रांसप्लांट कहते हैं। एक बार लिवर ट्रांसप्लांट होने के बाद मरीज को ताउम्र दवाइयां लेनी होती हैं ताकि शरीर नए लिवर को अपनाने से इंकार न कर दे।
डॉ. सुरेश सिंघवी, लिवर ट्रांसप्लांट सर्जन,
सर गंगाराम अस्पताल, नई दिल्ली