दुर्गम काज जगत के जेते, सुगम अनुग्रह तुम्हारे तेते।
इस क्रिया को लगातार 27 दिन तक करने से झूठे मुकदमें से राहत मिलती है।
भाई-बंधुओं के साथ सम्पत्ति विवाद होने पर
यदि इस तरह का कोई मुकदमा है तो आप लगातार 9 मंगलवार तक शाम के समय हनुमानजी के मंदिर में जाकर बजरंग बाण का पाठ करें। पाठ के बाद बजरंग बली को हलवे का प्रसाद चढ़ाएं तथा गरीबों में बांटें। फैसला शीघ्र ही आपके ही पक्ष में होगा।
यदि बिना कारण जेल हो गई है तो
हनुमानजी सभी बंधनों से मुक्त करने वाले देव हैं। इसके लिए संबंधित व्यक्ति या उसके निकट परिजन को प्रतिदिन 9 बार हनुमान चालिसा का पाठ करना चाहिए। पाठ करते समय मुंह की दिशा उत्तर की ओर रहनी चाहिए। पाठ के बाद भगवान से बंधन से मुक्ति के लिए प्रार्थना करें, आपकी मनोकामना अवश्य पूरी होगी।
यदि नौकरी-कारोबार संबंधी कोई झूठा मुकदमा है
ऎसे मुकदमों को शांत करने के लिए मंगलवार की शाम को हनुमान जी को चमेली का तेल चढ़ावें तथा तुलसी के पत्तों की माला मारूतिनंदन के गले में पहनावें। महिलाओं को माला गले में पहनाने के बजाय उनके पैरों में अर्पण करनी चाहिए। इसके बाद ऊँ नमो भगवते रामदूताय का जाप करे हुए अपनी मुक्ति की कामना करें। आप जल्द ही मुकदमों से आजाद हो जाएंगे।
इनके साथ ही आपको भगवान सूर्य की भी आराधना करनी चाहिए। उन्हें ग्रहों का अधिपति तथा सरकारी प्रशासन का प्रतीक माना जाता है। उनकी अनुकूलता से मुकदमे का फैसला आपके ही पक्ष में होगा। इस दौरान भगवान शिव-पार्वती की पूजा करने से भी बहुत आराम मिलता है।