हाथ की इन रेखाओं से पता चलता है, कितने वर्ष जिएंगे आप
Published: Dec 07, 2015 04:27:00 pm
हथेली की रेखाओं के साथ हाथ में मौजूद मणिबंध रेखाएं भी व्यक्ति के भाग्य,
व्यक्तित्व तथा उम्र के बारे में काफी कुछ जानकारी देती हैं
MAnibandh Lines in palmistry
हथेली की रेखाओं के साथ हाथ में मौजूद मणिबंध रेखाएं भी व्यक्ति के भाग्य, व्यक्तित्व तथा उम्र के बारे में काफी कुछ जानकारी देती हैं। ज्योतिषी मुख्य तौर पर इनका उपयोग ‘व्यक्ति कुल कितने वर्ष जिएगा’ यह जानने में करते हैं। हथेली की शुरूआत जहां हथेली हाथ से मिलती है, कुछ आड़ी रेखाएं बनी होती हैं, इन्ही रेखाओं को मणिबंध रेखा कहा जाता है। दोनों हाथों में मौजूद मणिबंधों को देखने से व्यक्ति के भाग्य की कई बातें सहज ही मालूम हो सकती हैं, उदाहरण के लिए उसकी उम्र, स्वभाव तथा दुर्भाग्य
मणिबंध रेखाओं से ऐसे पता चलती है उम्र
मणिबंध में मौजूद एक रेखा का अर्थ है कि व्यक्ति की उम्र 25 वर्ष या इससे कम जिएगा। दो रेखाएं होने पर वह 50 वर्ष के लगभग, तीन रेखाएं होने पर 75 वर्ष के लगभग जीवित रहता है। यदि किसी व्यक्ति के दोनों हाथों में 4-4 मणिबंध रेखाएं हो तो व्यक्ति पूरे 100 वर्ष जीता है। इसके साथ ही हथेली में मणिबंध वाला हिस्सा भरा हुआ हो, यहां कलाई की हड्डी दिखाई नहीं देती हो तो यह शुभ लक्षण होता है तो ऐसा व्यक्ति अपने जीवन में सारे सुख भोगता है। परन्तु ऐसा नहीं होने पर उसका जीवन अत्यन्त दुर्भाग्यपूर्ण गुजरता है।
मणिबंध का ये लक्षण बताते हैं व्यक्ति का दुर्भाग्य
हाथ में चाहे एक रेखा हो या चार, यदि रेखाएं निष्कलंक न हो, साथ ही हाथ की हड्डी भी स्पष्ट दिखाई देती हो तो ऐसे व्यक्ति को बुरे भाग्य का सामना करना पड़ता है। इसके साथ ही यदि मणिबंध का हिस्सा ढीला और लटकता हुआ दिखाई देता है तो यह भी अशुभ माना जाता है।
मणिबंध रेखाओं का भी व्यक्ति के भाग्य-निर्धारण में उतना ही योगदान है जितना कि जीवन रेखा, ह्रदय रेखा तथा भाग्य रेखा का। इनमें से किसी भी एक रेखा के खराब होने पर अच्छी मणिबंध रेखा उसकी भरपाई कर सकती है। यह भी सच है कि मणिबंध के खराब होने पर हाथ में मौजूद अन्य रेखाओं का असर कम हो जाता है।
ऐसी मणिबंध रेखाएं मानी जाती हैं भाग्यशाली
यदि किसी व्यक्ति की हथेली में मणिबंध की दो रेखाएं हों, वे टूटी हुई न हों, जौ के आकार के यव वाली लड़ियां हों, कलाई के चारों और हों तो यह भी शुभ लक्षण होता है। ऐसे लोगों के जीवन में सुख-सुविधाएं रहती हैं। मणिबंध में शुभ रेखाओं के साथ ही सुंदर यवमाला होगी तो व्यक्ति भाग्यशाली हो सकता है। इसके साथ-साथ हथेली की अन्य रेखाओं का अध्ययन करना भी जरूरी है।