हरदा. सावन पूर्णिमा
रक्षाबंधन पर इस बार चंद्रग्रहण रहेगा। वहीं भद्रा का साया भी रहेगा। इस अवधि में रक्षासूत्र नहीं बांधे जाएंगे। बहनों को अपने भाई की कलई पर राखी बांधने के लिए सिर्फ ढाई घंटे शुभ रहेंगे। पं. मुरलीधर व्यास ने बताया कि चंद्रग्रहण व भद्रा के कारण पर्वकाल का समय अलग रहेगा। भद्रा 9 अगस्त सुबह 11 बजे तक रहेगी। वहीं चंद्रग्रहण का सूतक 9 घंटे पूर्व यानि दोपहर 1.52 से रहेगा। अत:
रक्षाबंधन सुबह 11 बजे से दोपहर 1.30 बजे तक मनाया जाएगा। चंद्रग्रहण रात्रि 10.52 से शुरू होकर 12.48 तक रहेगा।
श्रावण मास : आराधना में लीन शिवभक्त
भगवान शिव के प्रिय श्रावण मास में भक्त उनकी आराधना में लीन हैं। इस मौके पर प्रतिदिन मंदिरों और घरों में अभिषेक, पूजन, शृंगार और महाआरती की जा रही है। इस बार श्रावण में दस साल बाद पांच सोमवार के महायोग में शिवभक्ति का विशेष महत्व बताया गया है। पं. व्यास ने बताया कि वर्ष 2007 के सावन में पांच सोमवार आए थे। सावन शिवजी का प्रिय मास है। अत: इस अवधि में शिवलिंग का पूजन अभिषेक करने से अभिष्ट सिद्धि की प्राप्ति होती है।