चमोली। 60 साल की एक महिला ने हमला करने वाले भालू के ऐसे छक्के छुड़ाए कि उसे अपनी जान बचाकर भागना पड़ा। दरअसल एक महिला घर की रसोई में रोटियां सेंक रही थी, तभी पीछे से भालू ने आकर उसें दबोच लिया और कंधे पर उठाकर दूर खेतों में ले गया। लेकिन महिला ने भी हिम्मत नहीं हारी और भालू पर धावा बोल दिया। आखिरकार भालू को दुम दबाकर भागना पड़ा।
60 वर्षीय महिला पर किया भालू ने हमला
खबर है कि उत्तराखंड के चमोली गढ़वाल में जोशीमठ नगर क्षेत्र के रविग्राम वार्ड में स्थित गोरंग तोक में 60 वर्षीय बसंती देवी रविवार रात को करीब 9 जे गोरंग स्थित अपने घर के अंदर चूल्हे पर खाना बना रही थी। महिला इस घर में अकेले ही रहती है। इस घर से 200 मीटर की दूरी पर अन्य आवासीय भवन हैं। उसी दौरान भालू ने रसोई के अंदर घुसकर महिला पर हमला कर दिया और महिला को कंधे पर लादकर दूर के खेतों तक ले गया। इस दौरान महिला ने भी अपने बचाव में भालू पर जवाबी हमला किया गया। भालू से जब महिला ने दो दो हाथ किए तो वो वहां से भाग खड़ा हुआ हालांकि महिला ज्यादा घायल होने की वजह से रातभर खेतों में ही पड़ी रही।
सुनने वालों के खड़े हो गए रोंगटे
हमले में घायल महिला का पुत्र दीपक गांव के ही दूसरे मकान में अपने परिवार के साथ रहता है। सुबह वह अपनी मां के लिए दूध लेकर आया तो रसोई घर के अंदर खून पड़ा हुआ था। लड़के ने तुरंत ग्रामीणों को सूचित कर अपनी मां की खोजबीन शुरू की। खेतों में गए तो वहां महिला लहूलुहान बेहोशी की अवस्था में पड़ी मिली। परिजनों व ग्रामीणों ने महिला को तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर आए। होश में आने के बाद महिला द्वारा आपबीती सुनाई गई तो सब लोगों के रोंगटे खड़े हो गए। हालांकि महिला की गंभीर हालत को देखते हुए उसे हायर सेंटर रेफर किया गया है।
वन क्षेत्राधिकारी ने दिया मुआवजा
नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क के वन क्षेत्राधिकारी नागेंद्र सिंह रावत ने अस्पताल पहुंचकर भालू के हमले में घायल महिला के इलाज के लिए त्वरित मुआवजे के रूप में 15500 रुपए की आर्थिक सहायता राशि परिजनों को दी। साथ ही आश्वासन दिया कि भालू को भगाने के लिए वन विभाग जल्द ही कार्रवाई करेगा। भालू प्रभावित इलाकों में पिंजरे भी लगाए जाएंगे।