उन्होंने कहा कि इस मामले में सरकारी दिशा-निर्देशों के अनुसार रात के समय काम करने वाली महिला कर्मचारी की सुरक्षा सुनिश्चित न करने के लिए बीपीओ के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। हमने अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है और आगे जांच के बाद विस्तृत जानकारी मिल सकेगी। यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है, लेकिन हम सच और ऎसे अपराध को रोकने में नाकामी का पता लगाएंगे।
बीपीओ में काम करने वाली युवती हाल ही में मध्य प्रदेश से आई थी और घर जाने के लिए बस का इंतजार कर रही थी, तभी एक टेंपो उसके पास आकर रूका और टेंपो चालक ने उसे घर तक छोड़ने के लिए कहा और वह टेंपो में बैठ गई। टेंपो में चालक के अलावा उसका सहायक भी बैठा था। कुछ दूर जाने के बाद चालक किसी और रास्ते पर चल पड़ा।
चालक के संदिग्ध व्यवहार के कारण युवती ने मध्य प्रदेश में अपनी मां को फोन किया और उन्हें स्थिति के बारे में बताया। लेकिन, चालक ने युवती की मां को आश्वस्त किया कि उनकी बेटी सुरक्षित है और वह उसे घर तक छोड़ देगा। बाद में टेंपो में सवार सहायक ने चाकू की नोंक पर युवती को डराया और उसे मोबाइल स्विच ऑफ करने के लिए कहा और चलती गाड़ी में उससे बलात्कार किया।
इसके बाद चालक ने भी मादीवाला में उसे छोड़ने से पहले उसके साथ बलात्कार किया। साथ ही उसने युवती को धमकी दी कि अगर उसने पुलिस को सूचना दी तो उसे इसके घातक परिणाम भुगतने पड़ेंगे। युवती अपने पीजी पहुंची और फिर से उसने अपनी बड़ी बहन को घटना की जानकारी दी। युवती को तुरंत सेंट जॉन्स अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां चिकित्सकों ने पुलिस को सूचना दी और सामूहिक बलात्कार की पुष्टि की।