अहमदाबाद। आपने आमतौर पर सुना होगा कि लोग किसी और के धन-दौलत पर भी अपना दावा ठोंक देते हैं, लेकिन गुजरात के चांदखेड़ा पुलिस के सामने एक अलग ही समस्या सामने आई है। यहां की पुलिस दौलत लेकर उसका वारिस खोज रही है, लेकिन अब तक कोई दावेदार सामने नहीं आया है।
दरअसल मामला यह है कि पुलिस को 9 माह पहले केंद्रीय विद्यालय के लॉकर से 1.58 करोड़ रुपए मूल्य के गहने व नकद का पता चला था। तभी से पुलिस इसके मालिक की तलाश में जुटी है, लेकिन अभी तक इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिल सकी है। अब थक-हारकर पुलिस ने नोटिस जारी किया है कि यदि एक माह में इस संपत्ति पर दावा करने के लिए कोई आगे नहीं आता है तो इसे सरकारी खजाने में जमा करवा दिया जाएगा।
पुलिस द्वारा 6 नवंबर को जारी नोटिस में कहा गया है, पुलिस को मिले नकद व गहनों का मालिक गांधीनगर स्थित मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कोर्ट में अगले 30 दिन के अंदर जरूरी कार्रवाई पूरी कर अपनी संपत्ति हासिल कर सकता है। यदि इस दौरान कोई भी इसे लेने आगे नहीं आया तो यह नकद व गहने सरकारी खजाने में जमा कर दिए जाएंगे।
गौरतलब है कि 31 जनवरी को चांदखेड़ा के केंद्रीय विद्यालय में स्वच्छ भारत अभियान के तहत सफाई की जा रही थी। प्राचार्य अवधेश कुमार सहित स्कूल के 15 कर्मचारी, शिक्षक और अन्य कर्मी अवनी भवन स्थित ओएनजीसी के मुख्य दफ्तर में स्थित विद्यालय भवन की सफाई कर रहे थे। इसी दौरान उन्हें 2 पुराने लॉकर मिले और उसे खोलने पर उसमें 2 बैग रखे मिले। इनमें 1 करोड़ रुपए नकद और 58 लाख रुपए कीमत की 21 सोने की ईंटें मिलीं। इसकी सूचना तत्काल प्राचार्य ने पुलिस को दी।
चांदखेड़ा पुलिस के अनुसार, हमने इन पैसे और गहने के मालिक को खोजने की बहुत कोशिश की, लेकिन नाकामयाब रहे। हमने स्कूल प्रिंसिपल से और बाकी कर्मचारियों से इस बारे में कई दफा बात की, लेकिन हमें कोई भी खास जानकारी नहीं मिल सकी। अंतत: हमने 6 नवंबर को इस बारे में एक नोटिस जारी किया कि जो इसपर अपना दावा पेश करेगा उसे इसे साबित करने के लिए जरूरी कागजात और सबूत पेश करना पड़ेगा। यदि एक माह में कोई भी आगे नहीं आता तो यह सरकारी संपत्ति समझी जाएगी।
Hindi News/ Miscellenous India / पुलिस को नहीं मिल रहा 1.58 करोड़ की ‘लावारिस’ दौलत का मालिक