उन्होंने कहा कि मांस का निर्यात ज्यादा मुंबई के बंदरगाह से होता है। हालांकि, सॉफ्टवेयर के माध्यम से मांस निर्यात पर कड़ी निगरानी के कारण अप्रेल से अगस्त के दौरान भैंस के मांस के निर्यात में 14.7 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। बालियान ने कहा कि अपेडा से पंजीकृत 49 बूचड़खानों से भैंस के मांस का निर्यात किया जाता हैं जिनमें से 20 उत्तर प्रदेश में हैं। देश में करीब 1700 बूचड़खाने हैं जिनमें से 316 महाराष्ट्र में, 285 उत्तर प्रदेश में और 185 तेलंगाना में हैं।
यह पूछे जाने पर कि क्या दादरी कांड के बाद सरकार ने यह पहल की है, कृषि राज्य मंत्री ने कहा कि सरकार ने यह प्रयास पहले से ही शुरू कर दिए थे, लेकिन अब चर्चा में आए हैं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने सत्ता में आने के कुछ दिन बाद ही मीट निर्यात पर दी जाने वाली सब्सिडी समाप्त कर दी थी।