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गुजरात निकाय चुनाव: शहरों में खिला कमल, गांवों में कांग्रेस

Published: Dec 02, 2015 08:10:00 pm

Submitted by:

Rakesh Mishra

भाजपा ने सभी छह महानगरपालिकाओं और कुल 56 में से 40 नगरपालिकाओं में जीत हासिल
की है जबकि कांग्रेस ने 31 जिला और 230 तालुका पंचायतों में

Bjp and congress

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अहमदाबाद। गुजरात में स्थानीय चुनाव में सत्तारूढ भारतीय जनता पार्टी ने सभी छह महानगरपालिकाओं और कुल 56 में से 40 नगरपालिकाओं में जीत हासिल की है जबकि कांग्रेस ने 31 जिला और 230 तालुका पंचायतों में से अधिकतर पर कब्जा जमाया है। मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने चुनाव के परिणामों की एक सप्ताह में समीक्षा करने की बात कहते हुए इस पर पाटीदार आरक्षण आंदोलन के असर की बात से इंकार किया है।

उन्होंने कहा कि अगर आंदोलन का नतीजों पर असर हुआ होता तो भाजपा को महानगरपालिकाओं और नगरपालिकाओं, जहां बडी संख्या में इस समुदाय के लोग रहते हैं, बडी जीत नहीं मिली होती। उन्होंने कहा कि इन चुनावों की गत लोकसभा चुनाव से तुलना बेमानी है जब राज्य की सभी 26 सीटें लोगों ने नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए एकमत से भाजपा को दे दी थी। उस समय सबने पार्टी नहीं बल्कि मोदी के लिए मतदान किया था। उधर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भरत सोलंकी ने राज्य में कुल मतों का बहुमत उनकी पार्टी को मिलने का दावा करते हुए स्वीकार किया कि शहरी क्षेत्रों में उनकी पार्टी अपेक्षित परिणाम नहीं दे सकी। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी मौजूदा नतीजों के अनुसार 105 विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा से मतों के लिहाज से आगे रही है।

भाजपा ने अहमदाबाद, भावनगर, सूरत, राजकोट, वडोदरा और जामनगर महानगरपालिकाओं पर एक बार फिर अपना परचम फैला दिया है। इसने पाटीदार आरक्षण आंदोलन के मुख्य नेता हार्दिक पटेल के गृहनगर वीरमगाम की नगरपालिका समेत 40 पर जीत हासिल की है। कांग्रेस ने आठ नगरपालिकाओं पर कब्जा जमाया है।

आधिकारिक घोषणा देर रात तक
कांग्रेस ने अहमदाबाद, मोरबी, द्वारका, दाहोद, बोटाद, तापी, डांग, भावनगर, राजकोट, जूनागढ, अमरेली, सुरेन्द्रनगर तथा मुख्यमंत्री के गृह जिले पाटन, पाटीदारों का गढ कहे जाने वाले महेसाणा, गांधीनगर, साबरकांठा अरावल्ली, महिसागर, छोटा उदेपुर समेत अधिकतर जिला पंचायतों में जीत हासिल हुई है। भाजपा कच्छ, पोरबंदर, पंचमहाल, नवसारी, वलसाड और सूरत में जीती है। कुछ क्षेत्रों में अभी तक आधिकारिक घोषणाएं नहीं हुई हैं। तालुका पंचायतों में भी कांग्रेस ने दो हजार से अधिक वार्ड जीत कर बहुत सी सीटों पर कब्जा जमाया है हालांकि भाजपा की स्थिति इस चुनाव में जिला पंचायत की तुलना में कुछ बेहतर है। हालांकि इनकी आधिकारिक घोषणा देर रात तक होने की संभावना है।

हार्दिक पटेल को बडा झटका
गुजरात में सत्तारूढ भारतीय जनता पार्टी सरकार के लिए ‘अग्निपरीक्षा’ करार दिये जा रहे स्थानीय निकाय चुनाव की मतगणना बुधवार सुबह नौ बजे से शुरू हुई और भाजपा ने पटेल अथवा पाटीदार आरक्षण आंदोलन के जेल में बंद नेता हार्दिक पटेल को बडा झटका देते हुए उनके गृहनगर वीरमगाम की नगरपालिका पर अपना भगवा झंडा लहरा दिया। यहां भी इस आंदोलन का केंद्र रहे नरोडा, निकोल, गोता आदि क्षेत्रों में भी पार्टी ने जीत हासिल की है।

कांग्रेस ने सभी नौ तालुका पंचायतों में जीत हासिल की
मुख्य विपक्षी कांग्रेस ने अमरेली जिला पंचायत तथा इसके सभी नौ तालुका पंचायतों में जीत हासिल की है तथा पूर्व में भाजपा का गढ कहे जाने वाले महेसाणा जिला पंचायत और मोरबी नगरपालिका में भी कब्जा जमाया है। भावनगर महानगरपालिका के पूर्व मेयर तथा वार्ड नंबर एक से भाजपा प्रत्याशी बाबूभाई सोलंकी चुनाव हार गये हैं। कांग्रेस के अरङ्क्षवद परमार ने उन्हें हराया है। वार्ड की चार में से तीन सीटें कांग्रेस ने जीती हैं।

भावनगर में भाजपा के जिला प्रमुख चिमन यादव भी वार्ड नंबर चार में कांग्रेस के हाथों हार गये हैं। राजकोट महानगरपालिका के वार्ड नंबर 16 से भाजपा के प्रत्याशी तथा पूर्व मेयर अशोक डांगर की भी पराजय हुई है। अहमदाबाद की मेयर मीनाक्षीबेन पटेल ने जोधपुर वार्ड से बडी जीत हासिल की है। भाजपा ने सूरत के नवगठित कडोदरा तालुका पंचायत की 28 में से 21 सीटे जीत कर इस पर कब्जा जमा लिया है। सत्तारूढ दल ने पोरबंदर नगरपालिका पर भी कब्जा जमाया है। कांग्रेस ने गांधीनगर जिला पंचायत पर फिर से जीत हासिल की है। उधर पटेल आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल के निवास क्षेत्र अहमदाबाद जिले के वीरमगाम नगरपालिका के वार्ड 2 में भाजपा की जीत हुई है। उसने वीरमगाम नगरपालिका पर भी कब्जा जमा लिया है।

45 प्रतिशत ने मतदान किया था
दो चरणों वाले चुनाव के तहत 22 नवंबर को छह महानगरपालिकाओं अहमदाबाद, सूरत, वडोदरा, राजकोट, जामनगर और भावनगर की कुल 572 में 570 सीटों के लिए करीब 95 लाख मतदाताओं में से लगभग 45 प्रतिशत ने मतदान किया था। सूरत और वडोदरा की एक एक सीट भाजपा ने निर्विरोध जीत ली है। सभी छह महानगरपालिकाओं में पिछली बार भाजपा ने जीत हासिल की थी। दूसरे चरण में 29 नवंबर को 56 नगरपालिका, 31 जिला पंचायत तथा 230 तालुका पंचायत के लिए औसतन 62 प्रतिशत मतदान हुआ था। इनमें से अधिकतर पर भी पिछली बार भाजपा की ही जीत हुई थी। नगरपालिकाओं के लिए 27, जिला पंचायत के लिए सात तथा तालुका पंचायतों के लिए 54 उम्मीदवार पहले ही निर्विरोध चुन लिये गये थे। नगरपालिका के लिए करीब 36 लाख तथा जिला और तालुका पंचायत के लिए कुल दो करोड 23 लाख मतदाता थे। जिला पंचायत के लिए कुल 588, तालुका पंचायत के लिए कुल 4778 और नगरपालिका के लिए 2088 सीटें हैं।

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