भारत को होगा ये फायदा
एमटीसीआर में एंट्री से भारत को रॉकेट सिस्टम, ड्रोन और इससे जुड़ी टेक्नोलॉजी हासिल करने में मदद मिलेगी। शुरुआत में अमरीका से जनरल एटॉमिक्स कंपनी की ओर से बनाए गए प्रिडेटर ड्रोन्स और अनमैन्ड एरियल व्हीकल मिलने में मदद मिलेगी। गौरतलब है कि इन्हीं ड्रोन्स ने अफगानिस्तान में तालिबान के खिलाफ हमलों में अहम भूमिका निभाई थी। इन्हें जनरल एटॉमिक्स एमक्यू – 1 प्रिडेटर भी कहा जाता है। इसे सबसे पहले यूएस एयरफोर्स और सीआईए ने यूज किया था। नाटो की फौजों ने बोस्निया, सर्बिया, इराक वॉर, यमन, लीबिया सिविल वॉर में भी इनका इस्तेमाल किया था। प्रिडेटर के अपडेट वर्जन में हेलफायर मिसाइल के साथ कई अन्य वेपन्स भी लोड होते हैं। प्रिडेटर में कैमरा और सेंसर्स भी लगे हाते हैं तो इलाके की पूरी मैपिंग में खासे मददगार होते हैं।