मदरसे में उस्ताद ने किया था ‘गंदा काम’ फिल्ममेकर ने किया दावा
Published: Nov 30, 2015 03:38:00 pm
फिल्म डायरेक्टर अली अकबर ने आरोप लगाया कि मदरसे में तालीम हासिल करने के दौरान वहां के एक उस्ताद ने उनका यौन उत्पीड़न किया था
तिरुअनंतपुरम। प्रख्यात मलयालम फिल्म डायरेक्टर अली अकबर ने आरोप लगाया कि मदरसे में तालीम हासिल करने के दौरान वहां के एक उस्ताद ने उनका यौन उत्पीड़न किया था। उन्होंने कहा कि जब वह चौथी जमात में थे तब उनके उस्ताद ने उनके साथ जबरन अप्राकृतिक सेक्स किया था।
उल्लेखनीय है कि हाल ही में मुस्लिम महिला पत्रकार वीपी राजीना ने अपनी फेसबुक पोस्ट मे दावा किया था कि उनके बचपन में मदरसे के उस्ताद लड़के व लड़कियों का यौन शोषण किया करते थे। महिला पत्रकार के इस खुलासे के बाद काफी हंगामा हुआ था और फेसबुक ने महिला पत्रकार के फेसबुक अकाउंट को ब्लॉक कर दिया था।
महिला पत्रकार के दावे के बाद से ही मदरसों में बच्चों की जिंदगी पर बहस शुरू हो गई है। सोशल मीडिया पर भी लोग अपने अनुभव शेयर कर रहे हैं। बहुत सारे लोग सामने आए हैं, जिन्होंने बताया कि मदरसों में उनका कैसे शोषण हुआ। हालांकि घटना के बाद केरल के प्रभावशाली सुन्नी नेता कांथापुरम अबू बकर मुसलियार ने महिला पत्रकार के इस दावे को झूठा बताते हुए कहा था कि राज्य के मदरसों में किसी तरह का यौन उत्पीड़न नहीं होता।
फिल्मनिर्माता अली अकबर ने बताया कि वो मदरसा कांथापुरम मुसलियार की ओर से ही चलाया जाता था। यदि अबु बकर इस मामले में दखल देने के लिए राजी हैं तो वह उन्हें उस उस्ताद से जुड़ी जानकारियां देने के लिए तैयार है। उन्होंने बताया कि इस घटना के बाद वह कभी दुबारा मदरसा नहीं गए। उन्होंने बताया कि मदरसों में मुस्लिम छात्रों को छोटी उम्र में समलैंगिकता अपनाने के लिए उस्तादों की ओर से जोर-जबरदस्ती की जाती थी।
अकबर ने कहा, ’70 के दशक के शुरुआती दिनों में उस घटना ने मुझे सालों तक डर के साये में रहना पड़ा। उस्ताद से इस तरह के अनुभव पाने के बाद बहुत सारे स्टूडेंट्स क्लास के दूसरे बच्चों का उत्पीड़न शुरू कर देते थे। मैंने भी इस तरह के हालात सहे हैं, जो नर्क से कम नहीं रहे। इतना ही नहीं, मैंने अपने बच्चों को कभी भी मदरसे में तालीम के लिए नहीं भेजने का फैसला किया है।’