मद्रास हाईकोर्टः चीफ जस्टिस से नाराज जज कर्णन लंबी छुट्टी पर गए
Published: Nov 08, 2015 11:05:00 pm
मुख्य न्यायाधीश संजय किशन कौल को लिखे गए पत्र में जस्टिस
कर्णन ने लिखा कि भरे दिल से मैं छुट्टी पर जाने की इच्छा व्यक्त कर रहा
हूं
चेन्नई। मद्रास हाई कोर्ट के विवादास्पद न्यायाधीश जस्टिस सीएस कर्णन ने एक नया विवाद खड़ा कर दिया है। उन्होंने कहा है कि सुनवाई के लिए उन्हें मामूली मुकदमे आवंटित किए गए हैं जिसके विरोध में वह लंबी छुट्टी पर जा रहे हैं। हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश संजय किशन कौल को लिखे गए पत्र में जस्टिस कर्णन ने लिखा, ‘भरे दिल से मैं छुट्टी पर जाने की इच्छा व्यक्त कर रहा हूं। आपके नेतृत्व में मुझे प्रताड़ना और तिरस्कार का सामना करना पड़ा है। यह उसी का नतीजा है। इसके अलावा आम लोगों की नजरों में अदालत की मर्यादा और संतुष्टि बनाए रखने के लिए लिए मैं यह कदम उठा रहा हूं
उन्होंने चीफ जस्टिस पर उनका लगातार उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है। चिट्ठी में कॉलेजियम प्रणाली पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि इसके तहत उच्च जाति के उम्मीदवारों को ही बढ़ावा दिया जाता है। ऐसा नहीं होना चाहिए।
जस्टिस कर्णन पहले भी विवादों में रह चुके हैं। कम से कम तीन चीफ जस्टिस उनके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट को लिख चुके हैं। कर्णन देश के पहले जज थे, जिन्होंने राष्ट्रीय अनुसूचित जाति, जनजाति आयोग में जातीय भेदभाव की शिकायत की थी।
उन्होंने यहां तक कह दिया था कि जजों के चयन का तरीका गलत है और अगर जरूरत पड़ी तो वह खुद इसके विरोध में याचिकाकर्ता बन जाएंगे। कर्णन की जो तीन चिट्ठियां हैं, वह जल्द ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गई हैं। उन्होंने एक चिट्ठी केंद्रीय कानून मंत्री को भी भेजा है। इसमें उन्होंने चीफ जस्टिस की शिकायत की है और बताया है कि कोर्ट में उनके साथ किस तरह उत्पीड़न किया जा रहा है।