जब तक पकड़ी नहीं जाती हूं पढ़ती रहूंगी
इस दौरान नक्सलियों ने उसका पीछा नहीं छोड़ा और वे उसकी तलाश करते रहे। एक अंग्रेजी अखबार को संजीता ने 28 जुलाई को बताया कि वह सरेंडर नहीं कर सकती क्योंकि जैसे मेरे नेता को पता चलेगा वह मां-बाप और रिश्तेदारों को मार देगा। मैं तब तक पढ़ती रहूंगी जब तक कि मैं पकड़ी नहीं जाती हूं या फिर वे लोग मुझे बंदी नहीं बना लेते हैं। उसने बताया कि नक्सलियों के साथ रहने के दौरान उसे जोनल कंमाडर कंचन से प्रेम हो गया था और वह शादी करना चाहती थी लेकिन पुलिस के साथ एक मुठभेड़ में वह मारा गया।
नक्सली करते हैं यौन शोषण
नक्सलियों का कच्चा चिट्ठा खोलते हुए बताया कि वे लोग लड़कियों को यौन शोषण करते हैं। बाद में इसे सहमति से बनाए हुए संबंध बताते। वहां पर अबॉर्शन सामान्य बात थी क्योंकि महिला कमांडर मां नहीं बन सकती। जब मैंने कैंप छोड़ा था उस समय जोनल कमांडर नकुलजी के कैंप में 23 नाबालिग लड़कियां थी और उनमें से 10 तो 10 साल से भी छोटी थीं।
“गुड्डी को मरना होगा क्योंकि…”
मंगलवार को जब वह अपने गांव सिबिल में माता-पिता से मिलने गई तो नक्सलियों ने उसे अगवा कर लिया। उन्होंने एक खत पीछे छोड़ा जिसमें लिखा था कि गुड्डी को मरना होगा क्योंकि कई चेतावनी देने के बाद भी वह मानी नहीं है। उसके शव को पुलिसवालों के बजाय गांववाले अस्पताल लाए। गुमला के एसपी भीमसेन टूटी ने गुड्डी के बारे में बताया कि वह उनकी गुप्तचर नहीं थी और उसके खिलाफ माओवाद से जुड़े केस के बारे में भी हम नहीं जानते।
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