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वाराणसी

प्रधानमंत्री मोदी के दूसरे घर में करोड़ों की हेराफेरी, सुरक्षा एजेंसियों को भनक तक नहीं

अति सुरक्षा घेरे वाले डीरेका परिसर से करोड़ों के स्क्रैप चोरी, मंडुआडीह स्टेशन के समीप पकड़ी गई चोरी, छह गिरफ्तार

वाराणसीMar 22, 2016 / 12:41 pm

Vikas Verma

recovered scrap

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वाराणसी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का रेल व चाय से बचपन का साथ है। अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में रात्रि विश्राम हो या फिर कोई किसी योजना का शुभारंभ करना हो, मोदी का पसंदीदा स्थल डीरेका परिसर है। मोदी का दूसरा घर बनने के बाद से डीजल रेल कारखाना परिसर में देश की तमाम सुरक्षा एजेंसियों की चौकस नजर यहां रहती है। रेलवे पुलिस फोर्स का चप्पे-चप्पे पर पहरा है। इसके बाद भी परिसर के मुख्य भंडार से करोड़ों के स्क्रैप चोरी हो गए और किसी को कानोंकान भनक तक नहीं लगी। ऐसे हालात में परिसर की सुरक्षा-व्यवस्था व जांच पड़ताल के तौर-तरीकों पर सवाल उठना लाजमी है क्योंकि एसपीजी की सुरक्षा घेरे में चलने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का डीरेका परिसर आना-जाना बना रहेगा। 
कुछ डीरेका कर्मचारियों व स्क्रैप के ठेकेदारों की मिलीभगत से करोड़ों रुपये के स्क्रैप मिट्टी की आड़ में परिसर से चोरी-चुपके निकल गए और किसी को पता नहीं चला। खुलासा सोमवार की रात हुआ जब डीरेका के मुख्य सामग्री निरीक्षक नवीन तिवारी महमूरगंज से होते हुए मंडुआडीह स्टेशन की ओर से गुजरे। स्टेशन के समीप एक आटो व ठेला पर बोरियों में तांबे के तार दिखे। पहली नजर में ही भांप गए कि यह मुख्य भंडार का माल है। बोरियों में मौजूद सामान की जांच पड़ताल के बाद रेलवे स्टेशन पर मौजूद आरपीएफ इंस्पेक्टर दिमाग सिंह को फोर्स समेत बुलाया। आटो चालक समेत छह स्क्रैप तस्करों को आरपीएफ ने गिरफ्तार कर लिया। मौके से लगभग सत्तर लाख रुपये तांबे के स्क्रैप को जब्त किया। स्क्रैप में कटलरी कनेक्टर वायर जिसका इस्तेमाल इलेट्रिक ट्रेन में होता है भी था। 
पूछताछ में पता चला कि डीरेका परिसर के विस्तारीकरण कार्य चल रहा है। परिसर में मिट्टी खोदाई का कार्य चल रहा है। कर्मचारियों की मिलीभगत से स्क्रैप तस्कर और मिट्टी खोदाई में लगे लोग ट्रैक्टर में भरी मिट्टी के बीच में मुख्य भंडारे से थोड़ी-थोड़ी मात्रा में स्क्रैप चोरी कर रहे थे। मिटृटी लदे ट्रैक्टर की आड़ से स्क्रैप डीरेका परिसर से बाहर निकालने के बाद उसे आटो, ठेला से मंडुआडीह स्टेशन पहुंचाते। बोरियों में स्क्रैप शिवगंगा, काशी विश्वनाथ समेत अन्य ट्रेनों से स्क्रैप कानपुर, गाजियाबाद, दिल्ली के बाजारों में बेच रहे थे। डीरेका अधिकारियों के साथ आरपीएफ की टीम गिरफ्तार चोरों से पूछताछ के बाद स्क्रैप की तस्करी से जुड़े लोगों के ठिकानों पर दबिश दे रही है। 

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