नीलम कटारा ने विकास और विशाल को फांसी की सजा दिये जाने का अनुरोध अपनी याचिका में किया था। उन्होंने इस हत्या का ऑनर किलिंग करार देते हुए सजा बढ़ाने की अपील की थी। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने याचिका खारिज करते हुए कहाकि यह दुर्लभतम मामलों में से एक नहीं है। यह केवल हत्या है जघन्य अपराध नहीं है। जो कुछ दोषियों ने किया वह निंदायोग्य है लेकिन वे फांसी के हकदार नहीं है। कोर्ट के फैसले के बाद नीलम ने कहाकि वह न्याय के लिए लड़ती रहेंगी। अगली बार और अधिक तथ्यों के साथ कोर्ट आएंगे।
नीतीश कटारा की हत्या बाहुबली नेता डीपी यादव की बेटी के साथ प्रेम प्रसंग के कारण हुई थी। जब वह 25 साल का था तब गाजियाबाद में उसे जिंदा जला दिया गया था। नीतीश जब डीपी कटारा की बेटी भारती के साथ एक शादी में जा रहा था तो उसे अगवा कर लिया गया था। इसके बाद विकास और विशाल ने उसे जला दिया। हालांकि बाद में ट्रायल के दौरान भारती ने प्रेम प्रसंग से इनकार कर दिया था।
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