पटना। मौजूदा आरक्षण व्यवस्था पर सवाल उठाने वाले
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत अब
जेडीयू प्रमुख नीतीश कुमार के निशाने पर आ गए हैं। बुधवार को एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान नीतीश ने आरक्षण को लेकर आरएसएस और मोदी पर हमला किया। उन्होंने आरएसएस की सोच को खतरनाक बताया। हालांकि इस दौरान नीतीश ने कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी के बयान से किनारा कर लिया। मनीष ने अप्रत्यक्ष तौर पर मोहन भागवत के बयान का समर्थन किया था। वहीं नीतीश कुमार ने कहा कि आरएसएस बीजेपी के लिए सुप्रीम कोर्ट की तरह है।
इस दौरान जब पत्रकारों ने नीतीशी से प्रधानमंत्री मोदी द्वारा बिहार को पैकेज दिए जाने पर सवाल किया तो वे चुप्पी साध गए। हालांकि इस दौरान नीतीश ने आरोप लगाया कि एनडीए बिहार में जाती के आधार पर चुनाव लड़ रहा है।
आपको बता दें कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने आरक्षण की राजनीति और उसके दुरूपयोग के मद्देनजर इसकी आवश्यकता पर फिर से विचार करने की बात कही थी। संघ प्रमुख मोहन भागवत ने सुझाव दिया था कि एक समिति बनाई जाए, जो यह तय करे कि कितने लोगों को और कितने दिनों तक आरक्षण की आवश्यकता होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि ऎसी समिति में नेताओं से ज्यादा सेवाभावियों का महत्व होना चाहिए।
Hindi News/ Political / बीजेपी के लिए सुप्रीम कोर्ट की तरह है आरएसएस: नीतीश कुमार