इस योजना का उद्देश्य देशभर में गरीबी की रेखा से नीचे रहने वाले करीब पांच करोड़ परिवारों को एलपीजी के कनेक्शन प्रदान करना है
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को उत्तर प्रदेश के बलिया में प्रधानमंत्री उज्जवला योजना की शुरुआत की। इस योजना का उद्देश्य देशभर में गरीबी की रेखा से नीचे रहने वाले करीब पांच करोड़ परिवारों को एलपीजी के कनेक्शन प्रदान करना है। मजदूर दिवस के मौके पर हुए इस कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने खुद को मजदूर नंबर वन बताया। उन्होंने कहा कि मैं खुद भी मजदूर नंबर वन हूं। मुझ पर लोगों के प्यार का कर्ज है। उन्होंने कहा कि हमले श्रमिक कानूनों में बदलाव किए हैं। इस दौरान मोदी ने कहा कि यूपी राममनोहर लोहिया और दीनदयाल उपाध्याय के बिना अधूरा लगता है।
इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने लेबर्स यूनाइट द वर्ल्ड का नारा दिया। उन्होंने कहा कि 21वीं सदी में दुनिया को एक करने का नारा लेकर चलेंगे। इस दौरान उन्होंने कहा कि हमने श्रमिकों न्यूनतम एक हजार रुपए का पेशन दिया। श्रमिक सुविधा पोर्टल की शुरुआत की। उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि पहले गरीबों का जमीर और हौसला तबाह किया गया। पहले गरीब श्रमिकों को बोनस में दस हजार नहीं मिलते थे, अब उन्हें 21 हजार तक मिल रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि किसी ने लिख दिया कि बलिया में पीएम मोदी का भाषण यूपी में चुनाव के लिए बिगुल फूंकना है। हम किसी चुनावी बिगुल बजाने नहीं आए हैं। इन प्रधानमंत्री ने जिन लोगों ने गैस सब्सिडी छोड़ी है उन्हें नमन भी किया।
सांसद ने दी थी धमकी
उज्जवला योजना की शुरुआत करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बलिया आने की सूचना और तैयारी के बारे में जानकारी देने के लिए मऊ की घोसीलोकसभा सीट से सांसद हरिनारायण राजभर ने पत्रकारों से बातचीत में जिले के समस्त अधिकारियों के लिए अपशब्दों का प्रयोग किया। उन्हें और उनके कार्यालयों को फूंक देने की धमकी दे डाली। मामला विकास कार्यो में अधिकारी के मनमानी करने के सवाल से शुरू हुआ। सांसद ने कहा कि एक आंदोलन शुरू होने वाला है.. तमाशा देखने से अब काम नही चलेगा। …दो चार सौ अधिकारी हैं। 20 लाख जनता है। अधिकारी कहां जाएंगे। फूंक दिया जाएगा उनको।