देश में बढ़ रही असहनशीलता, हिंसा बड़ी चुनौती : स्वामी अग्निवेश
Published: Mar 26, 2016 11:47:00 pm
स्वामी अग्निवेश ने कहा कि देश विरोधी नारे लगाने वाली ताकतें देश को कमजोर कर रही हैं
जालंधर। सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश ने शनिवार को कहा कि देश में बढ़ रही असहनशीलता, हिंसा और धार्मिक कट्टरता सभी के लिए चिन्ता का एक बड़ा मुद्दा है और इन दूषित प्रवृत्तियों को रोकने के लिए हम सभी को मिल जुलकर कार्य करना होगा। स्वामी अग्निवेश ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि यदि ऐसा न हो सका तो देश में बढ़ रही असहनशीलता और सांप्रदायिक गठजोड़ से न सिर्फ देश के अस्तित्व के लिए चुनौतियां पैदा होंगी, अपितु विकास को भी गहरा धक्का लगेगा।
उन्होंने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि देश में धार्मिक कट्टरता और असहनशीलता की प्रवृत्ति अचानक ही पैदा नहीं हुई अपितु इस की जड़ें हमारे पिछले राजनीतिक इतिहास में हैं। उन्होंने कहा कि इस देश पर लम्बे समय तक शासन करने वाली कांग्रेस पार्टी ने वोट बैंक की राजनीति को आगे बढ़ाते हुए विवादास्पद बाबरी मस्जिद के ताले खुलवा दिए थे और इसके निकट ही मंदिर की नींव का पत्थर भी रखवा दिया था।
स्वामी अग्निवेश ने कहा कि कांग्रेस की इस तरह की साम्प्रदायिक और वोट बैंक की राजनीति का ही दुष्परिणाम है कि आज भाजपा और उससे संबंधित अन्य संगठन भी साम्प्रदायिकता के आधार पर वोट बैंक की राजनीति को आगे बढ़ा रहे हैं जिससे देश में असहनशीलता और हिंसक प्रवृत्ति बढ़ रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को चाहिए कि जो भी साम्प्रदायिकता की बात कहते हुए देश छोडऩे की बात करते हैं, उन्हें पार्टी से निकाला जाए।
उन्होंने कहा कि देश विरोधी नारे लगाने वाली ताकतें देश को कमजोर कर रही हैं। जवाहर लाल विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार को गिरफ्तार करने के संबंध में उन्होंने कहा कि कन्हैया पर झूठे आरोप लगाए गए हैं। कन्हैया को गिरफ्तार करने वाले पुलिस अधिकारी पर भी कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार सभी विश्वविद्यालयों पर अपना शिकंजा कसकर उन्हें अपने अधीन करना चाह रही है। हैदराबाद विश्वविद्यालय में महिलाओं पर लाठीचार्ज किया गया। बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के प्रो. पांडे को बेइज्जत कर वहां से निकाल दिया गया।
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में मतभेद हो सकते हैं लेकिन सभी को अपनी बात रखने का अधिकार है। एक सर्वेक्षण के अनुसार आज जेएनयू विश्वभर में 98वें स्थान से बढ़कर 42वें स्थान पर पहुंच चुका है। स्वामी अग्निवेश ने कहा कि आरएसएस एक सोच से पैदा हुई है। 1932 में वीरसावरकर ने एक पुस्तक लिखी थी जिसके अनुसार देश में पैदा होने वाला देशभक्त है और बाहरी देश से आने वाला अविश्वसनीय है।
आर्य समाज को किया खोखला
उन्होंने कहा कि आरएसएस के मोहन भागवत आरक्षण खत्म करने की बात करते हैं, जबकि नरेन्द्र मोदी किसी भी कीमत पर आरक्षण खत्म नहीं करने की बात करते हैं। आरएसएस ने ही मण्डल कमीशन को कमंडल कमीशन बनाया था। इन्होंने जानबूझ कर राम मंदिर का मुद्दा बनाया था। स्वामी अग्निवेश ने कहा कि आरएसएस ने अपने पूरे इतिहास में आज तक एक भी समाज सुधार का काम नहीं किया है, लेकिन तिकड़मबाजी से आज वह सत्ता में आ गया है। इसने आर्य समाज को हिन्दू कह कर खोखला कर दिया है।
केजरीवाल के साथ खड़ी है दिल्ली की जनता
उन्होंने कहा कि देश में किसी भी मंदिर, मस्जिद, और गुरुद्वारे की जरूरत नहीं है। सबसे बड़ा मंदिर, मस्जिद अपना शरीर ही है। जेएनयू में राहुल गांधी और शशि थरूर के बयान पर उन्होने कहा कि यह राजनीतिक जुमलेबाजी है, इसके कोई मायने नहीं हैं। आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अच्छा बताते हुए उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने दिल्ली की जनता से जो वादे किए थे, वह उन्होंने पूरे किए हैं, इसलिए आज दिल्ली की जनता उनके साथ खड़ी है।
उन्होंने कहा कि अगर आप पार्टी पंजाब में आती है और अपने वादों पर कायम रहे तो पंजाब में उसकी सरकार बन सकती है। राजनीतिक तुलनात्मक रूप से केजरीवाल अच्छे हैं लेकिन उसके व्यवहार में कुछ खामियां हैं जिसका वह भी शिकार हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि उनका संगठन लम्बे समय से बंधुआ मजदूरों को मुक्त कराने, नशाखोरी को बढऩे से रोकने तथा गरीब लोगों को स्वास्थ्य, शिक्षा तथा अन्य बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने के लिए सामाजिक चेतना फैलाने का कार्य करता आ रहा है और इस मक्सद को पाने के लिए उनका संगठन कार्य करता रहेगा।
राष्ट्रीय पशु घोषित हो गाय
पंजाब में बढ़ रही नशाखोरी की प्रवृति पर चिन्ता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा इस संबंध में नरेन्द्र मोदी को राष्ट्रीय स्तर पर नशाबंदी के लिए नीति बनानी चाहिए और सभी राज्यों में ही शराब सहित सभी किस्म के नशीले पदार्थों पर पाबंदी लगनी चाहिए। उन्होंने समूचे देश में गोहत्या पर पाबंदी लगाने और गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करने की मांग की।