इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस एसएम मुशरिफ ने RSS पर आतंकी हमलों में शामिल होने का दावा करते हुए उसे भारत का नंबर-1 आतंकी संगठन करार दिया है।
नई दिल्ली। महाराष्ट्र के पूर्व इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस एसएम मुशरिफ ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ पर आतंकी हमलों में शामिल होने का दावा करते हुए उसे भारत का नंबर-1 आतंकी संगठन करार दिया है। मुशरिफ ने गुरुवार को दावा किया कि देश भर में कम से कम 13 आतंकी हमलों में आरएसएस का हाथ था।
मुशरिफ ने कोलकाता में एक समारोह को दौरान कहा कि आरएसएस के कार्यकर्ताओं को आतंक के कम से कम 13 मामलों में आरोपी बनाया गया है, जिनमें आरडीएक्स का इस्तेमाल हुआ। अगर बजरंग दल जैसे संगठनों को भी शामिल कर लिया जाए तो ऐसे मामलों की संख्या 17 है। उन्होंने कहा कि इसमें कोई शक नहीं हैं कि आरएएस भारत का नंबर वन आतंकी संगठन है। हालांकि, साथ में उन्होंने यह भी कहा कि एक आतंकी संगठन के रूप में आरएसएस का सत्ता में शामिल पार्टियों से कोई लेना-देना नहीं रहा है।
मुशरिफ ने कहा कि आरएसएस एक व्यवस्था के तहत काम रहा है। वह व्यवस्था ब्राहमणवाद पर काम करती है। साथ ही उन्होंने कहा कि ब्राहमणवाद से मेरा इशारा ब्राहमणों की ओर नहीं है। यह तो उत्पीडऩ करने वाली एक मानसिकता और रवैया है। उन्होंने दावा किया कि हेमंत करकरे की हत्या में आईबी (इंटेलिजेंस ब्यूरो) का हाथ है, क्योंकि करकरे आतंकी गतिविधियों में हिंदू कट्टरवादी संगठनों की भूमिका की जांच कर रहे थे। करकरे मुंबई पुलिस के एटीएस के भी मुखिया थे।
मुशरिफ ने कहा कि करकरे की हत्या में आईबी का हाथ होने के पुख्ता सबूत भी मिले थे, लेकिन इस केस को साबित करने की सारी कोशिशों को नाकाम कर दिया गया। उन्होंने दावा किया कि मुंबई पुलिस की स्वतंत्र जांच की मांग को हमेशा नकार दिया गया।