नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली से गिरफ्तार किए गए जैश ए मोहम्मद के संदिग्ध आतंकवादियों में से साजिद को मुख्य संदिग्ध बताया जा रहा है। साजिद को लेकर दिल्ली पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। पुलिस का कहना है कि साजिद कभी डांसर बनना चाहता था, लेकिन ऑडिशन में सलेक्ट नहीं होने के बाद वह धीरे-धीरे जैश ए मोहम्मद की विचारधारा की तरफ आकर्षित होने लगा। सूत्रों के अनुसार साजिश संदिग्ध लोगों के साथ वाट्सअप पर भी जुड़ा था। वाट्सअप के जरिए ही उसने आईईडी बनाना सीखा था।
पुलिस ने बताया कि साजिद ने दो रिटलिटी शो में ऑडिशन भी दिए थे। डांसर बनने की चाह के चलते वह एक बार मुंबई भी गया था, लेकिन वहां से निराधा हाथ लगने के बाद वह आतंकी गतिविधियों की ओर मुडऩे लगा। साजिश पेशे से दर्जी था। पूछताछ ने उसने बताया कि पिता की मौत के कुछ महीने बाद वह डांस इंडिया डांस और इंडियाज गोट टैलेंट में ऑडिशन देने के लिए मुंबई गया था। वेस्टर्न और क्लासिकल डांस में प्रशिक्षित साजिद ने एक साल तक इसकी ट्रेनिंग भी ली थी।
पुलिस ने बताया की मुंबई से लौटने के बाद उसके पड़ोसी ने धर्म को मानने और जानने की बात कही। वहीं यह भी कहा जा रहा है कि एक मौलवी ने उसे डांस छोड़कर जिंदगी का असली मकसद ढूंढने के लिए कहा। मौलवी से कुछ मुलाकातों के बाद साजिद का डांस के प्रति लगाव कम होने लगा। इसके बाद साजिद जैश ए मोहम्मद के प्रमुख मौलाना मसूद अजहर और इस्लामी उपदेशक मौलाना अंजर कासमी के वीडियो देखने लगा। वह जैश ए मोहम्मद के पेज पर अन्य लोगों से बातें करने लगा।
इसके बाद उसने पाकिस्तान में रहने वाले एक हैंडलर तलह से मुलाकात भी की। साजिद अजहर और कासमी के सांप्रदायिक भावना भड़काने वाले बयानों को सुनने लगा। इसके चले वह कट्टर इस्लाम के संपर्क में आ गया। साजिद के पड़ोसियों ने बताया कि 2011 के बाद से वह काफी धार्मिक बन गया। पुलिस ने बताया कि साजिद की हथेलियां भी जली हुईं थी, माना जा रहा है कि बम बनाते वक्त उसकी हथेलियां जल गई थीं।