स्वामी को भारी पड़ सकता है जेटली पर हमला करना
Published: Jun 27, 2016 01:54:00 pm
भारतीय जनता पार्टी जल्द ही अरुण जेटली की तरफ से राज्य सभा सदस्य सुब्रमण्यम स्वामी के खिलाफ एक्शन लेगी
नई दिल्ली। वित्त मंत्री अरुण जेटली चाहते हैं कि उनकी पार्टी सुब्रमण्यम स्वामी के हमलों के जवाब में जल्द ही कोई एक्शन ले। भारतीय जनता पार्टी जल्द ही अरुण जेटली की तरफ से राज्य सभा सदस्य सुब्रमण्यम स्वामी के खिलाफ एक्शन लेगी। सोमवार को चीन से लौटने के बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली पार्टी के साथ इस मुद्दे पर बात करेंगे। जेटली पार्टी की तरफ से ऐसा कोई एक्शन चाहते हैं ताकि आगे से स्वामी उन पर किसी भी तरह का हमला ना करें।
सुब्रमण्यम स्वामी ने प्रमुख आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यम और वित्त मामलों के सचिव शक्तिकांत दास की नियुक्ति को लेकर बड़ा विरोध किया था। गौरतलब है कि ये दोनों नाम वित्त मंत्री अरुण जेटली ने ही सुझाए थे। लगातारा सुब्रमण्यम स्वामी के हमलों के बाद अरुण जेटली को कम आंका जा रहा है। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी अब जेटली के प्रभाव को बनाने के लिए स्वामी के खिलाफ कार्रवाई कर सकती है।
एक अग्रेंजी समाचार के अनुसार सोमवार को चीन से लौटने के बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली इस मुद्दे पर अपने पार्टी कार्यकर्ताओं से साफतौर पर बात करेंगे। सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्विटर के जरिए विरोध दर्ज कराकर बगावत का डर पैदा कर दिया था।
पिछले गुरुवार दास को लेकर स्वामी के ट्वीट के बाद जेटली ने भी अपने ट्विटर अकांउट पर अपनी बात कही थी। जेटली ने कहा था कि वित्त मंत्रालय में एक प्रतिष्ठित सिविल कर्मचारी के खिलाफ ये हमला पूरी तरह से गलत है। इसके बाद भी स्वामी ने मीडिया में विवादित बयान दिया था। स्वामी ने कहा था कि जेटली जी क्या बोले, क्या नहीं बोले इससे मुझे क्या लेना देना? अरुण जेटली के जवाब पर सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा था कि जब मुझे कोई दिक्कत होगी तो मैं सीधे प्रधानमंत्री और पार्टी अध्यक्ष से बात करूंगा।
जेटली पर लगातार हमला बोल रहे हैं स्वामी
भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी लगातार अरुण जेटली पर सोशल मीडिया के जरिए हमला बोल रहे हैं। जेटली के चीन दौरे के दौरान स्वामी ने ट्वीट किया कि भारतीय जनता पार्टी को अपने मंत्रियों को बोलना चाहिए कि जब वो विदेश जाएं तो पारंपरिक कपड़े पहने। कोर्ट और टाई पहनकर हमारे मंत्री विदेश में वैटर नजर आते हैं। स्वामी ने बाद में सफाई भी दी थी कि ये बयान जेटली के लिए नहीं था।
स्वामी और जेटली समर्थकों में बंटी बीजेपी
पिछले कई दिनों से सुब्रमण्यम स्वामी और अरुण जेटली के बीच हो रहे विवाद ने भारतीय जनता पार्टी को दो हिस्सों में विभाजित कर दिया है। इनमें एक तरफ वो लोग हैं जो स्वामी को बहुत प्रभावशाली नेता मानते हैं और उनके बयानों का सहयोग करते हैं। दूसरी तरफ वो लोग हैं जो अरुण जेटली के खिलाफ स्वामी के विचारों को गलत मानते हैं। ये लोग जेटली के लिए सहानुभूति रखते हैं।
दिसंबर 2015 में जब अरविंद केजरीवाल ने जेटली पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था तब उन्होंने अकेले इस जंग को लड़ा था। सुब्रमण्यम स्वामी और अरुण जेटली की ये आतंरिक लड़ाई अब किसी से भी छिपी नहीं है। पीएमओ के सूत्रों के अनुसार अब इस लड़ाई पर कोई बड़ा एक्शन लिया जाएगा।