‘मन की बात’ में आपातकाल की बात करना ओछी राजनीति : कांग्रेस
कपिल सिब्बल ने पार्टी मुख्यालय में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा,
आप 1975-76 में लगे आपातकाल की बात ‘मन की बात’ में कैसे कर सकते हैं
नई दिल्ली। कांग्रेस ने सोमवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने रेडियो संबोधन ‘मन की बात’ में आपातकाल का जिक्र कर ‘ओछी राजनीति’ की है। कांग्रेस प्रवक्ता कपिल सिब्बल ने पार्टी मुख्यालय में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा, आप 1975-76 में लगे आपातकाल की बात ‘मन की बात’ में कैसे कर सकते हैं? आप इसके बारे में 2016 में क्यों बात कर रहे हैं? आज इसकी प्रासंगिकता क्या है?
सिब्बल ने कहा कि आंतरिक गड़बड़ी के आधार पर अब आपातकाल नहीं लगाया जा सकता है और यह 1975 की घटना है। अनुच्छेद 352 के तहत, आंतरिक गड़बड़ी के आधार पर आपातकाल घोषित किया जा सकता है। लेकिन, इस अनुच्छेद को 44 वें (संविधान) संशोधन में हटा दिया गया। अब आप 2016 में आपातकाल की बात क्यों कर रहे हैं। यह ओछी राजनीति के अलावा कुछ नहीं है।
सिब्बल ने मोदी के स्पष्ट संदर्भ में कहा, अब आप किसी आतंरिक गड़बड़ी के आधार पर आपातकाल नहीं लगा सकते, लेकिन आप फिर भी ‘मन की बात’ में इसका जिक्र करते हैं, क्योंकि आप अंदर से परेशान हैं।
वरिष्ठ भारतीय जनता पार्टी नेता लालकृष्ण आडवाणी और अरुण शौरी तथा पूर्व पार्टी नेता प्रद्युत बोरा के बयानों का जिक्र करते हुए सिब्बल ने कहा कि यहां एक अघोषित आपातकाल पहले से ही कायम है।
कांग्रेस नेता ने कहा, आज विदेश मंत्री को मुश्किल से जानकारी मिलती है कि विदेश सचिव को हटाया जा रहा है। कैबिनेट मंत्री अपने विशेष ड्यूटी अधिकारी की स्वयं नियुक्ति नहीं कर सकते। सारी शक्ति प्रधानमंत्री कार्यालय में सिमट गई है। मुझे आश्चर्य है कि देश में अभी भी कैबिनेट प्रणाली मौजूद है।
बोरा द्वारा किए गए बयान का उल्लेख करते हुए सिब्बल ने कहा कि वे यह देखकर भयभीत हैं कि कोई कैबिनेट मंत्री या भाजपा का कोई पदाधिकारी या पार्टी सांसद एक स्वच्छ लोकतांत्रिक परंपरा के ध्वंस को लेकर मोदी पर सवाल उठाने की हिम्मत नहीं रखता है।
सिब्बल ने ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से अलग होने पर चुटकी लेते हुए कहा, अगर ऐसी ही स्थिति जारी रहती है तो 2019 में भारत में मोदीएक्जिट (मोदी को बाहर कर दिया जाएगा) होगा।
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