धार्मिक पुष्कर मेले का आगाज 22 नवंबर को संत-महंतों की पदयात्रा एवं सरोवर के घाटों पर दीपदान महाआरती के साथ होगा।तहसील कार्यालय में मेला मजिस्ट्रेट हीरालाल मीणा व पालिकाध्यक्ष कमल पाठक की सदारत में आयोजन को लेकर बैठक की गई। बैठक में तीर्थ पुरोहित संघ, गुरुद्वारा प्रबंध कमेटी के प्रतिनिधि, होटल एशोसिएशन, मुंस्लिम संप्रदाय के प्रतिनिधियों सहित अन्य ने भाग लिया। बैठक में सामाजिक कार्यकर्ता अरूण पाराशर ने बताया कि अष्टमी व एकादशी को स्कूली छात्र-छात्राओं की ओर से सरोवर के विभिन्न घाटों पर रंगोलियां सजाई जाएंगी।
शाम को 52 घाटों पर थालियों में दीप प्रजवल्लित करके पुष्कर राज की आरती उतारी जाएगी। घाटों पर भव्य दीपदान का भी कार्यक्रम तय किया गया है। बैठक में एकादशी को प्रात: 8 बजे गुरुद्वारा से ब्रह्मा मंदिर तक व मेला मैदान तक अध्यात्मिक पद यात्रा आयोजन की रूपरेखा पर भी विचार किया गया। पदयात्रा में संत-महंतों के साथ-साथ सभी धर्मों के अनुयायी अपनी झांकियों के साथ पैदल चलेंगे।
आएंगे कैलाश खेर, शोभा मुदगल और विश्व मोहन भट्ट सरोवर के राजबोहरा घाट पर मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे 22 नवम्बर की शाम तीन दिवसीय भक्ति फेस्टिवल के साथ धार्मिक पुष्कर मेले का शुभारंभ करेंगी। पुष्कर सरोवर के 52 घाट पर नगाडों की थाप के बीच दीपदान होगा। इस दौरान ख्यातनाम शास्त्रीय संगीतज्ञ शोभा मुदगल की स्वर लहरियां तीर्थ में आध्यात्मिक धारा प्रवाह करेंगी। तहसील कार्यालय के पास स्थित सेन्ड डूयन्स पर इसी रात्रि को गायक कैलाश खेर के गीत होंगे।
प्रसिद्ध मोहन वीणा वादक विश्व मोहन भट्ट का भारतीय शास्त्री संगीत का कार्यक्रम भी होगा। महोत्सव का आयोजन श्री सीमेन्ट, ब्यावर के मार्फत दिल्ली की टीमवर्क नामक निजी इवेन्ट कम्पनी से करवाया जाएगा। इस पर करीब ड़ेढ़ करोड़ रुपए खर्च होंगे।
Hindi News/ Jaipur / संगीतमय रेत धोरे….दिखेगी कैलाश खेर और विश्वमोहन की जुगलबंदी