इंदौर. कनाडिय़ा स्थित मॉडर्न इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस के सेवाकुंज अस्पताल में 100 कर्मचारियों को 8 माह से रुके वेतन में से दो महीने के वेतन के चेक बांटे गए। 100 ही चेक बाउंस होने पर कर्मचारियों ने शुक्रवार को विरोध करते हुए हंगामा किया। पुलिस के पहुंचने पर कॉलेज संचालक बात करने सामने नहीं आए। दिनभर हंगामे के बाद प्रबंधन ने किस्तों में वेतन देने का आश्वासन दिया।
अस्पताल में लंबे समय से वेतन नहीं मिलने को लेकर विरोध चल रहा है। 8 मई को 100 कर्मचारियों को पोस्ट डेट चेक दिए गए थे। 22 से 25 मई तक चेक लगाए गए तो सभी बाउंस हो गए। डॉ. मनीष ने बताया कि चेक बाउंस होने पर शुक्रवार को अस्पताल से कोई जवाब नहीं मिला। डीन सुरेंद्रसिंह राणा के पास गए तो उन्होंने संचालक डॉ. रमेश बदलानी के शहर से बाहर होने की बात कही। संतोषप्रद जवाब नहीं मिलने पर स्टाफ ने मेन गेट पर प्रदर्शन किया और कॉलेज परिसर का बिजली कनेक्शन बंद कर दिया।
हंगामे की सूचना पर कनाडिय़ा पुलिस और तहसीलदार पहुंचे। काफी प्रयास के बाद भी डॉ. बदलानी से संपर्क नहीं हुआ तो कॉलेज के अन्य डायरेक्टरों से चर्चा की गई। शाम को कॉलेज प्रबंधन ने 5 जून को दो माह का वेतन नकद देने और आने वाले महीनों में बचा वेतन किश्तों में देने का आश्वासन दिया। गौरतलब है कि डॉ. बदलानी प्रदेश सरकार द्वारा कॉलेज की फीस नहीं बढ़ाने और सहयोग राशि नहीं देने के कारण एेसे हालात बनने की बात कह चुके हैं। उन्होंने बैंक से लोन लेकर पैसे देने की बात कही थी।
जमा कराओ अगले साल की फीस
कॉलेज इसी सत्र से शुरू हुआ है। यहां एमबीबीएस की 150 सीट अलॉट की गई हैं। मान्यता के लिए मरीजों को फर्जी तरीके से लाने को लेकर अस्पताल का नाम उछला था। शुक्रवार को भी अस्पताल में एक मरीज नहीं था। कॉलेज प्रबंधन ने नोटिस बोर्ड पर एमबीबीएस प्रथम वर्ष के छात्रों को अगले सत्र की फीस एडवांस में जमा कराने की बात लिखी है। नियमानुसार फीस किस्तों में जमा करना होती है। इस संबंध में प्रबंधन सारी जानकारी डॉ. बदलानी को होने की बात कहकर पल्ला झाड़ता रहा।