छात्र के एटीएम से 34 हजार रुपए निकालने के मामले में पुलिस ने भोपाल के एक युवक को पकड़ा, जबकि मुख्य आरोपित उसका भाई अभी फरार है।
इंदौर. छात्र के एटीएम से 34 हजार रुपए निकालने के मामले में पुलिस ने भोपाल के एक युवक को पकड़ा, जबकि मुख्य आरोपित उसका भाई अभी फरार है। पुलिस का मानना है, एटीएम में गड़बड़ी कर अथवा पिन नंबर देखकर आरोपी दूसरे के अकाउंट से राशि निकाल लेते थे।
एमजी रोड टीआई अनिल यादव के मुताबिक, एटीएम से राशि निकालने के मामले में शिवम उर्फ वीरू पिता राजेंद्र सोनी निवासी छतरपुर हाल मुकाम भोपाल को गिरफ्तार किया। छात्र आशीष अवस्थी ने शिकायत की थी 26 अप्रैल को भंडारी मिल चौराहा स्थित एसबीआई के एटीएम से रुपए निकालने गया था।
उसने मां के एटीएम से दो बार में 3200 रुपए निकाले और कॉलेज चला गया। कुछ देर बाद उसके अकाउंट से 34 हजार रुपए निकालने का मैसेज आया तो बैंक जाकर जानकारी ली और एमजी रोड थाने पर शिकायत दर्ज कराई। एसआई बीएल रघुवंशी के मुताबिक, एटीएम के कैमरे की रिकॉर्डिंग से टोपी लगाया युवक पैसे निकालते दिखा।
चौराहे पर लगे कैमरों व अन्य कैमरों की रिकार्डिंग देखने पर पता चला, एटीएम से पैसे निकालने के बाद युवक एक कार में बैठकर फरार हुआ था। पुलिस को कार नंबर मिल गया। कार छिंदवाडा निवासी अमित मालपानी के नाम रजिस्टर्ड थी। अमित से संपर्क करने पर पता चला, कार अमित ने शिवम सोनी को बेची है।
बस स्टैंड से किया गिरफ्तार
शिवम के सरवटे बस स्टैंड क्षेत्र में होने की सूचना पर पुलिस ने उसे धरदबोचा। रघुवंशी के मुताबिक, शिवम ने बताया, एटीएम से पैसे उसके बड़े भाई दीपक सोनी निवासी भोपाल ने निकाले है। दीपक उच्च शिक्षित है और पहले इंदौर में कोचिंग चलाता था और अभी भोपाल में रहता है। दीपक कार सहित फरार है।
एटीएम में जब आशीष गया तो दीपक पहले से ही अंदर दूसरी मशीन पर था। आशीष ने रुपए निकालने के लिए कार्ड का गुप्त कोड डाला तो दीपक ने उसे मशीन में रुपए फंसने की जानकारी देकर दूसरी मशीन से पैसे निकालने के लिए कहा। संभवत: मशीन में दीपक ने पहले कुछ लगा दिया था, जिसके कारण आशीष राशि नहीं निकाल पाया। दीपक पर इस तरह की धोखाधड़ी के भोपाल व होशंगाबाद में भी केस दर्ज होने की जानकारी मिली है।