प्रमोद मिश्रा . विकास मिश्रा @ इंदौर. ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (जीआईएस) में 22 अक्टूबर को होने वाले उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली 21 की रात को इंदौर आ जाएंगे। वे समिट स्थल ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर (बीसीसी) के वीवीआईपी सूइट नंबर 101 में रुकेंगे।
2014 में हुई समिट के लिए ये सूइट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए बुक था। अफसर जेटली के लिए चार सितारा होटल रेडिसन का प्रेसीडेंशियल सूइट बुक करना चाहते थे। जेटली का कार्यक्रम तय होने के बाद जब रेडिसन में सूइट के लिए संपर्क किया गया तो पता चला कि अंबानी और हिंदुजा ग्रुप पहले ही इन्हें बुक कर चुका है। ऐसे में बीसीसी का विकल्प फाइनल किया गया। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद भी एक दिन पहले आ रहे हैं, वे भी बीसीसी में ही ठहरेंगे। 21 को वीवीआईपी गेस्ट दोपहर या शाम तक पहुंच जाएंगे। उनके लिए बड़ी होटलों में 1400 कमरे बुक किए हैं। होटल्स में प्रेसीडेंशियल सूइट का किराया सवा से डेढ़ लाख रुपए प्रतिदिन है। वहीं बीसीसी में प्रवेश पर हर मेहमान का अभिवादन भारतीय परंपरानुसार तिलक लगाकर और गुलाब की कली भेंट कर होगा।
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट : तीन देशों के ही होंगे सेशन
गुलाब की कली और तिलक से अभिभावदन : कॉन्क्लेव में देश और दुनिया की टॉप 110 कंपनियों के सीईओ के साथ मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान व उद्योग मंत्री राजेंद्र शुक्ल चर्चा करेंगे। ये आयोजन डिनर के साथ अंबर गार्डन में होगा। दूसरे दिन 22 को ग्लोबल समिट में हिस्सा लेने के लिए करीब 3000 निवेशक, अतिथि इंदौर आ रहे हैं। उनकी मेहमाननवाजी में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।
रामदेव व अंबानी को मिलेगा इंदौरी उद्योग का दमयोग गुरु रामदेव बाबा की कंपनी पतंजलि और अनिल अंबानी की रिलायंस इंदौर के पास पीथमपुर में बड़ा निवेश करने जा रही है। दोनों कंपनियों को छोटे उत्पादों (वेंटर प्रोडक्ट) की जरूरत होगी जो उनके मूल प्रोडक्ट को बनाने में काम आएंगे। एआईएमपी के माध्यम से उद्योग विभाग ने ऐसे 25 उद्योगपतियों को समिट में बुलाया जो इन दोनों बड़े प्रोजेक्ट में मदद कर सकेंगे। इनकी अनिल अंबानी और रामदेव बाबा से मुलाकात प्रस्तावित हैं।
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट : किआ से करार को बेकरार सरकार27 घंटे में खत्म हो जाएगी समिट, पांच देश बने हैं पार्टनरग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट करीब 27 घंटे में खत्म हो जाएगी। 22 अक्टूबर की सुबह 10 बजे समिट का विधिवत शुभारंभ होगा और 23 अक्टूबर को विदाई भाषण के साथ समाप्ती हो जाएगी। समिट में इस बार 9 देशों के बजाए पांच देश यूएई, जापान, कोरिया, सिंगापुर व यूके को पार्टनर बनाया है। 21 अक्टूबर को मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की उपस्थिति में दोपहर 12.30 बजे मेक इन एमपी प्रदर्शनी का ब्रिलियंट कनवेंशन सेंटर शुभारंभ होगा। इसके बाद वे 1 बजे होटल रेडिसन ब्लू में सीआईआई नेशनल काउंसिल की बैठक का शुभारंभ करेंगे। रात 8 बजे से अंबर कनवेंशन सेंटर में ग्लोबल सीईओ कान्क्लेव का शुभारंभ व सीएम के साथ डिनर होगा।
22 अक्टूबर की सुबह 10 बजे ब्रिलियंट कनवेंशन सेंटर में ग्लोबल समिट का मुख्यमंत्री शुभारंभ करेंगे। लंच के बाद दोपहर 2 से 3.30 बजे तक पार्टनर देश यूएआई की ओर से टेक्सटाइल, टूरिज्म पर सभी प्रतिनिधियों के सामने प्रेजेंटेशन रखेंगे। इस प्रेजेंटेशन के माध्यम से यह देश भी निवेशकों को आकर्षित करने का प्रयास करेंगे। शाम 4 से 5.30 बजे के बीच जापान ऑटो मोबाइल, इंजीनियरिंग, एग्रो बिजनेस, फूड प्रोसेसिंग तथा फार्मास्यूटिकल्स को लेकर प्रेजेंटेशन देगा। शाम 5.30 बजे से 9 बजे तक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा। 23 अक्टूबर को सुबह 10 बजे से 11.30 बजे तक मेक इन इंडिया सेशंस होगा। इसी दौरान दूसरे हाल में पार्टनर देश कोरिया का प्रेजेंटेशन होगा। इसके बाद दोपहर 1 बजे समापन हो जाएगा।
किसी भी मंत्री-प्रमुख सचिव से मुलाकात कर सकेंगे उद्योगपति
समिट के दौरान सभी प्रमुख मंत्री व उनके विभाग के प्रमुख सचिव उपलब्ध रहेंगे। उद्योगपति अपने काम के हिसाब से किसी भी मंत्री व प्रमुख सचिव से मुलाकात कर सकते हैं। ऑनलाइन सारी मीटिंग तय की जा रही हंै। शासन ने इस बार समिट के लिए पोर्टल शुरू किया है। उद्योगपतियों से कहा है कि वे अपने उद्योग से संबंधित किसी भी परेशानी के संबंध में मंत्री से बात कर सकते हैं। समिट के दौरान मुख्यमंत्री शिवराजसिंह की भी पोर्टल के माध्यम से कुछ उद्योगपतियों के साथ बैठक तय की गई है। ब्रिलियंट कनवेंशन सेंटर में ही एक सीएम लाउंज बनाया जा रहा है जहां एक उद्योगपति के साथ करीब 20 मिनिट मुख्यमंत्री की मुलाकात होगी। मुख्यमंत्री कुछ प्रमुख लोगों से मिलेंगे, अन्य उद्योगपति मंत्रियों से मिल सकते हंै। सेंटर में ही सभी प्रमुख सचिव के ठहरने की व्यवस्था की गई है। यहां मंत्री भी उपलब्ध रहेंगे। मंत्रियों व उद्योगपतियों के साथ बैठक पोर्टल के माध्यम से तय की जा रही है। इस दौरान उनके विभाग के प्रमुख सचिव भी चर्चा में रहेंगे। अगर किसी ने निवेश की बात की तो अफसर उसकी पूरी मदद करेंगे।