इंदौर। कैटरीना जैसा फिगर दो दिन में नहीं बनता। उसके लिए बरसों की मेहनत चाहिए। कैटरीना ने शुरू से ही फिटनेस लाइफ स्टाइल अपनाई है, इसलिए उनका शरीर इतना सुंदर है। वे हार्डवर्किंग हैं, जरूरत हो तो आधी रात को भी वर्कआउट के लिए तैयार रहती हैं। ‘काला चश्मा’ सॉन्ग के लिए उन्होंने स्पेशल वर्कआउट किया।
यह बात सेलिब्रिटी फिटनेस एक्सपर्ट यास्मीन कराचीवाला ने कही। वे सोमवार को फिक्की लेडीज ऑर्गनाइजेशन के इंदौर चेप्टर के कार्यक्रम में इंदौर आई थीं। इस मौके पर उन्होंने महिलाओं को फिटनेस के फंडे बताए।
पिछले दिनों एक एक्सीडेंट के कारण पांव में चोट के बावजूद वे इंदौर आईं क्योंकि उन्होंने छह महीने पहले कमिटमेंट किया था। वॉकर से वे स्टेज तक पहुंचीं और बैठकर बात की। कई फिल्मी सितारों और क्रिकेटर्स को प्रशिक्षित कर चुकी यास्मीन का कहना है कि सुंदर शरीर बनाना रेसीपी बनाने जैसा नहीं है कि जब वक्त मिला तब ट्राई कर लिया।
ऑलवेज वॉक वेन यू टॉक
उन्होंने बताया कि हम सबको मूवमेंट करते रहना चाहिए। एक ही जगह बैठे रहना ठीक नहीं। इसलिए जब भी फोन पर बात करें तो वॉकिंग करते रहें। मेरा पहला मंत्र यही है कि ऑलवेज वॉक वेन यू टॉक।
फ्रेशनेस न लगे तो गड़बड़
यास्मीन ने कहा कि आप फिट हैं या नहीं, यह जानने के लिए पहले यह देखें कि जब आप सुबह सोकर उठते हैं तो क्या खुद को फ्रेश फील करते हैं। यह फ्रेशनेस रात को सोने तक बनी रहनी चाहिए यानी सोते वक्त भी आप खुद को थका हुआ नहीं बल्कि किसी भी टास्क के लिए तैयार पाएं तो समझिए आप फिट हैं। मेरा फिटनेस मंत्र है बी फिट बिकॉज यू डिजर्व इट। अगर आप केवल डाइट पर ध्यान देंगे और एक्सरसाइज नहीं करेंगे तो दुबले हो जाएंगे, लेकिन फिट नहीं होंगे। फिटनेस के लिए सही डाइट और एक्सरसाइज दोनों साथ-साथ चलने चाहिए।
हर बॉडी के लिए अलग है फिटनेस फंडा
यास्मीन का कहना हैं कि कोई एक फिटनेस फंडा सभी पर एक साथ लागू नहीं हो सकता, क्योंकि सभी का बॉडी टाइप अलग होता है। एक्सरसाइज वह करें जो आपको सूट करे और आपको अच्छी लगे। अगर आपको साइकलिंग में आनंद आता है तो वही करें। जिसको रनिंग पसंद वे रनिंग करे। यह बात भी जरूरी है कि जो भी करो रेग्युलर करो। अपनी बॉडी को पहचानना जरूरी है।
फिटनेस के पांच सूत्र
ब्रीद
अपनी ब्रीदिंग को पहचानें। तीन बार ओम का लंबा उच्चारण कर देखें कि आपका ओम कितना लंबा है। सही ब्रीदिंग फिटनेस की पहली सीढ़ी है।
वेट ट्रेनिंग
फिटनेस के लिए वेट ट्रेनिंग सबसे महत्वपूर्ण है। इसकी शुरुआत सिंपल एक्सरसाइज से करें, फिर स्ट्रेंग्थन एक्सरसाइज की ओर जाएं।
वॉटर इनटेक
कम से कम तीन लीटर पानी रोज पीएं। बॉडी हमेशा हाइड्रेट रहे।
ईटिंग राइट
डाइटिंग के बजाय स्मार्ट ईटिंग हो। शुगर का कम से कम इस्तेमाल करें। तला हुआ बिल्कुल न खाएं। बैक्ड फूड केवल घर का बना ही खाएं। सुबह उठकर नीबू-पानी पीने से वेट कम नहीं होता और न ही ग्रीन टी पीने से। इनसे केवल डिटॉक्सीफिकेशन होता है। रोजाना के भोजन में 70 फीसदी तत्व रॉ फूड हो, यानी कच्ची सब्जियां और फल।
एटीट्यूड
हमेशा सकारात्मक सोच रखें। अपनी क्षमताओं को पहचानें। पड़ोसन की देखादेखी में वेटलॉस न करें। अपनी बॉडी को समझ कर लक्ष्य तय करें।