असमंजस में जेल प्रशासन : महिलाओं के साथ रखें या पुरुषों के, चोरी के मामले में किया था गिरफ्तार
संजय जोशी @ इंदौर. एक किन्नर को किस जेल में रखा जाए? महिला या पुरुष जेल में, यह तय करने के लिए जेल प्रशासन ने शर्त रखी कि डॉक्टर जांच करें कि उसमें पुरुष का प्रतिशत अधिक है या फिर महिला का?
जो ज्यादा हो, उस जेल में किन्नर को रखेंगे। इधर इस यक्ष प्रश्न ने खुद किन्नर कैदी, अस्पताल और पुलिस को करीब दस घंटे हैरान किए रखा। फिर भी कोई नतीजा हाथ नहीं लगा।
खजराना पुलिस ने चोरी के पुराने मामले में जारी हुए वारंट में किन्नर निवासी साउथ गाडराखेड़ी को कल दोपहर गिरफ्तार किया। करीब 1 बजे सिपाही मानवेंद्र सिंह जब उसे जेल लेकर पहुंचा तो वहां विचित्र समस्या सामने आ गई कि उसे कहां रखा जाए? पुरुष या महिला बंदीगृह में?
प्रेमिका की हत्या कर दफनाया, कब्र के ऊपर सोता रहा यह LOVERआखिर जेल प्रशासन ने यह फैसला डॉक्टरों पर छोड़ दिया, कि वे जांच कर यह बताएं कि उसमें पुरुषत्व का प्रतिशत अधिक है या नारीत्व का? जांच में जो प्रतिशत अधिक पाया जाए, उसी के आधार पर उसे पुरुष या महिला बंदीगृह में रखा जाएगा।
…उधर एमवायएच में डॉक्टर होते रहे परेशानइस जांच के फेर में में दो सिपाहियों के साथ उसे दोपहर डेढ़ बजे से रात साढ़े दस बजे तक एमवाय अस्पताल में पहली मंजिल के महिला विभाग से लेकर कैजुअल्टी के सीएमओ ऑफिस तक बार-बार चप्पल घिसते रहे।
-डी-कंपनी के गुर्गों ने लूटा करोड़ों का सोना, उज्जैन पुलिस ने मुंबई में दबोचाइस दौरान सिपाही मानवेंद्र ने पांच बार डॉक्टरों से खजराना टीआई तोमर की बात करवाई, मगर देर रात तक डॉक्टर यही तय नही कर सके कि किन्नर में लैंगिक प्रतिशत की जांच आखिर हो तो कैसे हो? हार कर दोनों सिपाही उसकी सोनोग्राफी करवाने के बाद भी बगैर किसी नतीजे के रात 11 बजे उसे वापस थाने ले गए। अब इस मामले में मंगलवार सुबह बड़े डॉक्टर मिलकर ही कोई रास्ता निकालेंगे, तब बात बन सकेगी।