सूदखोरों के कारण 17 दिन में गई 16वीं जान
सूदखोरों से परेशान होकर जहर खाने वाली महिला की इलाज के दौरान हुई मौत से 17 दिनों में मरने वालों की संख्या 16 हो गई है।
इंदौर। सूदखोरों का मकडज़ाल फिर तेजी से फैलता जा रहा है। सूदखोरों से परेशान होकर जहर खाने वाली महिला की इलाज के दौरान हुई मौत से 17 दिनों में मरने वालों की संख्या 16 हो गई है। इस मामले में सूदखोर हिमाकत दिखाते हुए उस अस्पताल में पहुंच गया जहां महिला का इलाज चल रहा था, वहां पत्नी को धमकी देकर भाग गया। पत्नी की मौत के बाद पति ने भी जान का खतरा होने की आशंका जाहिर की है।
विदुर नगर में रहने वाली ज्योति उर्फ संगीता पांडे (32) को जहर खाने पर इलाज के लिए अस्पताल में दाखिल किया गया था जहां गुरुवार देर रात उनकी मौत हो गई। राजेंद्रनगर पुलिस ने मर्ग कायम किया है। ज्योति के पति विक्की पांडे बारदाने का काम करते है। उनके मुताबिक 15 अप्रैल की रात जब उनकी पत्नी ज्योति घर में अकेली थी उस दौरान अनिल चायवाला, देवेंद्रसिंह, सोनू ने पहुंचकर धमकी दी थी। धमकी से ज्योति इस तरह घबरा गई कि जान देने के लिए जहर खा लिया।
विक्की के मुताबिक, काम के सिलसिले में उन्होंने सुदामानगर के देवेंद्रसिंह, जेलरोड के सोनू, अनिल से करीब 2 लाख रुपए उधार लिए थे। वह दो लाख से ज्यादा अदा कर चुका है। इन लोगों ने स्टांप के साथ ही चेक ले रखे है जिसके दम पर धमका रहे थे। पहले भी कहा था कि 25 अप्रैल तक 9 लाख रुपए नहीं दिए तो ठीक नहीं होगा।
विक्की के मुताबिक, सूदखोर लगातार धमका रहे थे, पहले भी घर पर आकर धमकी दी थी। यहीं नहीं उनकी पत्नी का जब अन्नपूर्णा रोड के अस्पताल में इलाज चल रहा था उस दौरान गुरुवार रात वहां देवेंद्रसिंह आ गया। उसने धमकाया कि उसका नाम लिया तो ठीक नहीं होगा। एसआई केस सोलिया के मुताबिक, मर्ग कायम किया है। अभी बयान नहीं होने से आगे की कार्रवाई नहीं हो पाई है।
अफसरों के चक्कर लगाने के बाद भी नहीं हुई कार्रवाई
विक्की पांडे के मुताबिक वह करीब 4 लाख रुपए इन लोगों को लौटा चुका है इसके बाद भी लाखों रुपए की मांग करते हुए लगातार धमकाया जा रहा है। मोबाइल फोन पर लगातार धमकी दी जा रही थी, 7 अप्रैल को भी धमकाया था। 8 अप्रैल को वह आईजी विपिन माहेश्वरी, एसपी पश्चिम आबिद खान से मिला और आवेदन देकर सुरक्षा की गुहार की थी।
आरोपियों द्वारा दी जा रही धमकी की सीडी भी अफसरों को देकर न्याय दिलाने का आग्रह किया। आईजी ने राजेंद्रनगर थाने भेजा लेकिन वहां से कोई मदद नहीं मिली और धमकियां जारी रही। 15 अप्रैल को उसकी अनुपस्थिति में पत्नी को धमकाया तो वह डर गई थी। विक्की का कहना है, उसकी पत्नी तो चली गई लेकिन अब उसे भी जान का खतरा है, उसे भी मार दिया जाएगा।
ये चढ़े सूदखोरी की भेंट
31 मार्च : सुदामा नगर में ट्रांसपोर्टर खेमचंद्र राठी ने महापौर के भतीजे अभिजीत गौड़ व राजा पर सूदखोरी के चलते परेशान करने का आरोप लगाते हुए फांसी लगा ली।
31 मार्च : बादल का भट्टा निवासी देवेंद्र राव ने भी सूदखोरों से तंग आकर आत्मदाह किया, इलाज के दौरान मौत हो गई। बाणगंगा पुलिस ने मीरा मराठन, अजय व राजेश गौड़ पर केस दर्ज किया।
10 अप्रैल – सरकारी क्वार्टर में सूदखोरों से तंग सीपीडब्ल्यूडी कर्मचारी राजू व दोस्त राकेश ने जहर खा लिया था। तीन दिन बाद पुलिस ने कुंदन वर्मा, वीरेंद्र ठाकुर, जायसवाल, चाची व हलवाई पर केस दर्ज।
14 अप्रैल- मेहता कॉलोनी निवासी संदीप कुशवाह ने मंगलवार को फांसी लगा ली थी। मेहता कॉलोनी के धन्ना व प्रशांत पर सूदखोरी के चलते परेशान करने का आरोप लगाया है।