नई दिल्ली। कॉल समाप्ति शुल्कों (टर्मिनेशन चार्ज) के मुद्दे को लेकन भारतीय टेलीकॉम ऑपरेटरों के बीच मतभेद उभर आए हैं । मुकेश अंबानी तथा अनिल अंबानी ने लेवी का विरोध किया है जबकि भारती एयरटेल, आयडिया सेल्यूलर और वोडाफोन इसके पक्ष में हैं। इन कंपनियों को कहना है कि मुख्य रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में निवेश को प्रोत्साहन देने के लिए कॉल समाप्ति शुल्क की जरूरत है ।
महंगी पड़ती है कॉल दरें
इंटरकनेक्शन उपयोग शुल्कों की समीक्षा पर ट्राई के परामर्श पत्र पर जवाब देते हुए मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस जियो, अनिल अंबानी की रिलायंस कम्युनिकेशंस और वीडियोकॉन ने दूरसंचार क्षेत्र की नियामक संस्था से कहा है कि वह कॉल समाप्ति शुल्क को खत्म करे। इन्होंने दलील दी है कि इससे फोन कॉल की दरें यूजर्स के लिए महंगी हो जाती हैं और नई प्रौद्योगिकियां आने से परिचालन की लागत में कमी आ रही है ।
ये तीन कंपनियां एकसाथ
सुनील भारती मित्तल की अगुवाई वाली भारती एयरटेल, आदित्य बिड़ला समूह की कंपनी आइडिया और ब्रिटिश टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन की भारतीय शाखा ने कॉल समाप्ति शुल्क लगाने की वकालत की है ताकि देश, खासकर ग्रामीण इलाकों जहां लोग कम खर्च करते हैं, में निवेश को बढ़ावा मिले