लंबी दूरी की ट्रेनों से रेलवे ने पेंट्री कार हटानी शुरू की
जिन ट्रेनों से पेंट्री कारें हटाई गई हैं, वे ट्रेनें
उन स्टेशनों से होकर गुजरती हैं जहां फिलहाल ई-कैटरिंग की सुविधा शुरू नहीं की गई
है
नई दिल्ली। इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कोरपोरेशन (आईआरसीटीसी) की ओर से हाल ही में शुरू की गई ई-कैटरिंग की सुविधा शुरू करने के बाद रेल मंत्रालय ने लंबी दूरी की ट्रेनों से पेंटरी कार हटानी शुरू कर दी है। हालांकि, मंत्रालय का यह कदम यात्रियों को पसंद नहीं आए। जिन ट्रेनों से पेंट्री कारें हटाई गई हैं, वे ट्रेनें उन स्टेशनों से होकर गुजरती हैं जहां फिलहाल ई-कैटरिंग की सुविधा शुरू नहीं की गई है।
इन ट्रेनों में यात्रियों को या तो खुद अपने साथ भोजन लेकर चलना होगा या फिर निजी कैटरर्स पर निर्भर रहना होगा। एक अंग्रेजी अखबार में छपी खबर के अनुसार, ईस्टर्न रेलवे ने हाल ही में घोषणा की कि हावड़ा-देहरादून उपासना ए क्सप्रेस और हावड़ा-हरिद्वार कुंभा एक्सप्रेस से नवंबर माह से अस्थायी तौर पर पेंट्री कार हटा ली जाएंगी। दोनों ट्रेनें हावड़ा से दोपहर एक बजे चलती हैं, इसलिए दोपहर के भोजन की कोई समस्या नहीं है। यात्री या तो घर से जल्दी भोजन करके ट्रेन में बैठ जाए या फिर हावड़ा से दोपहर के भोजन का ऑर्डर दे सकता है क्योंकि यहां ई-कैटरिंग की सुविधा उपलब्ध है। शाम का अल्पाहार आसनसोल स्टेशन से लिया जा सकता है, जबकि रात्रि भोज पटना स्टेशन से। इन दोनों स्टेशनों पर भी ई-कैटरिंग सुविधा उपलब्ध है।
हालांकि, इन ट्रेनों के यात्रियों के लिए समस्या अगले दिन शुरू होगी जो दोपहर के भोजन का ऑर्डर देना चाहते हैं। लखनऊ चारबाग और हरिद्वार या देहरादून के बीच ऎसा कोई स्टेशन नहीं पड़ता जहां ई-कैटरिंग की सुविधा उपलब्ध हो। अगर मान लिया जाए दोनों टे्रनें समय पर चल रहीं हैं तो ये लखनऊ चारबाग स्टेशन से सुबह करीब 7.30 बजे गुजर जाती हैं। उपासना एक्सप्रेस देहरादून शाम 6.10 पर पहुंचती है, जबकि कुंभा एक्सप्रेस हरिद्वार शाम 4.05 बजे पहुंचती है। इस दौरान यात्रियों को दोपहर के भोजन के लिए मुश्किल हो सकती है।
रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि विभाग की यह एक दीर्घकालीन योजना है। विभाग की योजना है कि प्रत्येक स्टेशन पर ई-कैटरिंग की सेवा शुरू की जाए ताकि पेंट्री कारों पर निभ्र्भरता कम की जाए जिनकी कमान फिलहाल निजी हाथों में है। दूसरा कारण है कि पेंट्री कारों को हटाकर टे्रनों में यात्री डिब्बे लगाए जाएं ताकि मंत्रालय को और अधिक राजस्व प्राप्त हो सके।
हालांकि, अधिकारी ने कहा कि योजना को सफल बनाने के लिए हमें इस तरह काम करना होगा कि जिन स्टेशनों से भोजन के समय महत्वपूर्ण ट्रेनें गुजरती हैं, वहां ई-कैटरिंग सेवा शुरू की जा सके। एक अन्य अधिकारी ने बताया कि ई-कै टरिंग सेवा शुरू करने के तुरंत बाद पेंट्री कार हटाना फिलहाल न्याय्य संगत नहीं होगा। अधिकारी ने आगे कहा कि ई-कैटरिंग को सफल बनाने के लिए और समय चाहिए क्योंकि आईआरसीटी ने भी यह सुविधा निजी कैटरर्स से मिलकर शुरू की है।
Hindi News/ Business / Industry / लंबी दूरी की ट्रेनों से रेलवे ने पेंट्री कार हटानी शुरू की