दिल्ली में कॉल ड्राप में कमी आई : सरकार
Published: Nov 26, 2015 03:33:00 pm
प्रसाद ने बताया कि जुलाई-अक्टूबर के बीच कॉल ड्रॉप की स्थिति में सुधार आया है, मैं इस बात को लेकर खुश हूं
नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कॉल ड्रॉप की स्थिति में सुधार आया है, लेकिन बेहतर टेलीफॉनी सर्विसेज के लिए तय क्वालिटी बेंचमार्क से पीछे चल रही हैं टेलीकॉम कंपनियां। यह जानकारी दूरसंचार मंत्री रवि शंकर ने गुरुवार को दी।
संवाददाताओं से बातचीत करते हुए प्रसाद ने बताया कि जुलाई-अक्टूबर के बीच कॉल ड्रॉप की स्थिति में सुधार आया है। मैं इस बात को लेकर खुश हूं। लेकिन, टेलीकॉम कंपनियों को अपने नेटवर्क को और बेहतर बनाने के लिए काम करना होगा।
केंद्रीय मंत्री ने विभाग के सतर्कता विभाग ‘टर्म’ के सर्वे के आधार पर आधारित आंकड़े भी मीडिया से साझा किए। आंकड़ों में बताया गया है कि दिल्ली में कॉल ड्रॉप समस्या में कमी आई है, लेकिन दूरसंचार कंपनियों कॉल ड्रॉप को लिए जो मापदंड तय किए गए हैं, उससे पीछे चल रही हैं। नियमों के मुताबिक, दूरसंचार कंपनियों के नेटवर्क पर की जाने वाली कॉल्स में दो प्रतिशत से ज्यादा कॉल ड्राप नहीं होनी चाहिए या फिर अपने आप नेटवर्क की खराबी के चलते फोन नहीं कटना चाहिए।
देश की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी भारती एयरटेल के नेटवर्क पर कॉल ड्रॉप अगस्त में 2.92-17.77 की रेंज में था जो अक्टूबर की अंत में सुधर कर 0.08-2.98 की रेंज में आ गया। टर्म ने दिल्ली के विभिन्न रूट पर किए गए टेस्ट के जरिए ये आंकड़े जुटाए।
आइडिया के नेटवर्क पर कॉल ड्रॉप 3.34-10.9 से सुधरकर 0.14-2.65 पर, वोडाफोन पर 1.53-6.63 से 0.3-2.97 पर, रिलायंस के नेटवर्क पर 1.53-24.83 से 0.02-5.15 पर और एयरसेल पर 0.77-6.21 से सुधरकर 0.29-2.66 की रेंज में रहा।
प्रसाद ने बताया कि अतिरिक्त टॉवर लगाने, गैर-कामकाजी सेल साइट्स की मरम्मत और नेटवर्क डिजाइन सुधार से कॉल ड्रॉप की स्थिति में सुधार आया है। देश में टेलीकॉम कंपनियों द्वारा 18.33 लाख मोबाइल साइट्स लगाई गई हैं।