डब्ल्यूजीसी का कहना है कि भारत में हॉलमार्किंग प्रणाली में सुधार न केवल गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम की सफलता के लिए आवश्यक है, बल्कि यह देश के स्वर्ण आभूषण निर्यात में भी जान फूंकने में मदद कर सकता है। अभी आठ अरब डॉलर मूल्य के स्वर्ण आभूषणों का निर्यात होता है। यदि गुणवत्ता में अपेक्षित सुधार हो तो अगले पांच साल में यह आंकड़ा 40 अरब डॉलर को छू सकता है। फिलहाल देश में सोने की हॉलमाकिंüग स्वैच्छिक है। भारतीय मानक ब्यूरो हॉलमाकिंüग का प्रशासनिक प्राधिकरण है।
जेवराती सोना 24 हजार के नीचे
जयपुर। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आई गिरावट से गुरूवार को जयपुर सर्राफा बाजार में सोना स्टैंडर्ड 200 रूपए लुढ़ककर 25,000 रूपए प्रति दस ग्राम पर आ गया। जेवराती सोने के भाव भी 200 रूपए की नरमी के साथ 24 हजार के नीचे 23,900 रूपए प्रति दस ग्राम पर बोले गए। वहीं, चांदी 100 रूपए कमजोर होकर 34,200 रूपए प्रति किलोग्राम बोली गई। चांदी रिफाइनरी 33,700, चांदी 34,200 रूपए। जेवराती सोना 23,900 रूपए, 22/22 वापसी सोने का भाव 23,300, सोना 25,000 रूपए।