ऑटोमोबाइल उद्योग में भारत हो सकता है अग्रणी
Published: Jun 29, 2015 09:03:00 am
भारत आने
वाले समय में विदेशी निवेशकों की बढ़ती भागीदारी से ऑटोमोबाइल उद्योग में विश्व में
अग्रणी भूमिका निभा सकता है
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नई दिल्ली। भारत आने वाले समय में विदेशी निवेशकों की बढ़ती भागीदारी से ऑटोमोबाइल उद्योग में विश्व में अग्रणी भूमिका निभा सकता है। यूनाइटेड नेशंस कांफ्रेंस ऑन ट्रेड एंड डेवलपमेंट की वर्ल्ड इंवेस्टमेंट रिपोर्ट 2015 में में बताया गया है, ऑटोमोबाइल उद्योग भारत की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण जगह रखता है और इस क्षेत्र में भारत अग्रणी होने का क्षमता रखता है।
रिपोर्ट के मुताबिक इस क्षेत्र ने काफी विदेशी निवेश आकर्षित किया है। अप्रैल 2000 से नवंबर 2014 के बीच इस क्षेत्र में कुल 11.4 अरब डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफ डीआई) हुआ। वाहन और कल-पूर्जे बनाने वाली वैश्विक कंपनियों द्वारा वित्त वर्ष 2013-14 के दौरान दक्षिण-पूर्व एशिया में किए गए कुल निवेशों में भारत की सबसे अधिक भागीदारी रही और देश में 10 करोड़ डॉलर से अधिक की 12 परियोजनाएं आई।
एफडीआई के आने से भारत में कई औद्योगिक क्षेत्रों का विकास हुआ जिसमें उत्तर भारत का राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (दिल्ली-गुड़गांव-फरीदाबाद), पश्चिम भारत का महाराष्ट्र (मुंबई-नासिक-औरंगाबाद) और दक्षिण भारत का तमिलनाडु (चेन्नई-बेंगलुरू-होसुर) शामिल है।