scriptरियल्टी में रिकवरीः बिक्री 12 फीसदी और लॉन्चिंग 14 फीसदी बढ़ी | Recovery in Realty Sector: Sales increase by 12% and Launching by 14% | Patrika News

रियल्टी में रिकवरीः बिक्री 12 फीसदी और लॉन्चिंग 14 फीसदी बढ़ी

Published: Oct 26, 2016 12:01:00 pm

2016-17 की पहली तिमाही में 41 हजार आवासीय यूनिट्स लॉन्च हुई थीं, जो दूसरी तिमाही में बढ़कर 47 हजार यूनिट्स हो गईं। इस दौरान बिक्री 2015-16 की दूसरी तिमाही में 48,976 यूनिट्स थी, जो बढ़कर 2016-17 के जुलाई-सितंबर तिमाही में 54,721 यूनिट्स हो गई…

Real Estate growth

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नई दिल्ली. रियल्टी सेक्टर तेजी से पटरी पर लौट रही है। मांग बढ़ने से चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले बिक्री में 12 फीसदी की वृद्धि हुई है। वहीं इस दौरान नए प्रोजेक्ट की लॉन्चिंग में भी 14 फीसदी की जोरदार ग्रोथ दर्ज की गई है। रियल एस्टेट पोर्टल प्रॉपटाइगर डॉट कॉम की रिपोर्ट (रियल्टी डिकोडेड) के मुताबिक वित्त वर्ष 2016-17 की पहली तिमाही में 41 हजार आवासीय यूनिट्स लॉन्च हुई थीं, जो दूसरी तिमाही में बढ़कर 47 हजार यूनिट्स हो गईं। इस दौरान बिक्री 2015-16 की दूसरी तिमाही में 48,976 यूनिट्स थी, जो बढ़कर 2016-17 के जुलाई-सितंबर तिमाही में 54,721 यूनिट्स हो गई। रिपोर्ट्स के मुताबिक त्योहारी सीजन में मिल रहे पॉजिटिव रिस्पॉन्स को देखते हुए डेवलपर्स ने नए प्रोजेक्ट की लॉन्चिंग शुरू कर दी है। उम्मीद है कि आने वाले दिनों में बिक्री का ग्राफ और तेजी से ऊपर जाएगा। कुल मिलाकर रियल एस्टेट सेक्टर में रिवाइवल के संकेत साफ हो गए हैं। 

अफोर्डेबल यूनिट्स की अधिक मांग

रिपोर्ट के मुताबिक प्रॉपर्टी की बिक्री बढ़ाने में कम कीमत के फ्लैट का अहम रोल है। दूसरी तिमाही में होने वाली कुल प्रॉपर्टी का 51 फीसदी हिस्सा अफोर्डेबल श्रेणी के फ्लैट्स का है, जिनकी कीमत 25 से 50 लाख रुपए के बीच है। नोएडा, पुणे और अहमदाबाद के प्रॉपर्टी मार्केट में सबसे अधिक डिमांड अफोर्डेबल फ्लैट की है। इन शहरों में कुल बिक्री में अफोर्डेबल प्रॉपर्टी की मांग नोएडा में 59 फीसदी, पुणे में 49 फीसदी और 53 फीसदी है। रियल्टी एक्सपर्ट ऋषि सिंह के मुताबिक यह ट्रेंड इसलिए है कि अभी भी रियल्टी मार्केट से निवेशक दूरी बनाए हुए हैं। वास्तविक खरीदार ही घर खरीद रहे हैं। इसलिए वैसेे घरों की मांग सबसे अधिक है।

एनसीआर में अभी भी सुस्त रफ्तार 

ओवरऑल रियल्टी में सुधार के संकेत मिलने के बावजूद एनसीआर के दो बड़े मार्केट नोएडा और गुड़गांव में कोई खास बदलाव नहीं आया है। नोएडा में अनसोल्ड इन्वेंट्रीज अगले 3 साल के लिए है। वहीं, गुड़गांव में 41 फीसदी इन्वेंट्रीज 3 साल के लिए है। सालाना आधार पर इन दोनों शहरों के प्राइस ट्रेंड को देखें तो गुड़गांव में 2 फीसदी और नोएडा में 4 फीसदी की कमी हुई है। प्रॉपटाइगर डॉट कॉम के बिजनेस हेड अनुराग झंवर के मुताबिक पिछली दो तिमाहियों में करीब 55 हजार यूनिट्स की बिक्री हुई है। यह दर्शाता है कि मार्केट एक बार फिर से रफ्तार पकड़ रहा है। डेवलपर्स अपना फोकस प्रोजेक्ट्स को पूरा करने पर कर रहे हैं।

कोलकाता और हैदराबाद टॉप पर 

दूसरी तिमाही में बिक्री के लिहाज से अहमदाबाद, चेन्नई, हैदराबाद, कोलकाता और पुणे का प्रदर्शन सबसे अच्छा रहा है। कोलकाता और चेन्नई में क्रमश: 35 और 24 फीसदी का ग्रोथ हुआ है। वहीं कुल बिक्री में सबसे बड़ी हिस्सेदारी मुंबई, पुणे और बेंगलुरु की रही। इन तीनों की कुल हिस्सेदारी 58 फीसदी रही। हालांकि देश के बड़े रियल्टी बाजारों में से एक एनसीआर में रिस्पॉन्स बहुत खराब रहा।
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